डीएनए हिंदी: Latest Parliament News- तृणमूल कांग्रेस की फायरब्रांड सांसद महुआ मोइत्रा के रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के विवाद का तगड़ा असर हुआ है. लोकसभा सांसदों के लिए नया कोड ऑफ कंडक्ट जारी कर दिया गया है, जिसमें लोकसभा पोर्टल के इस्तेमाल को लेकर स्पष्ट निर्देश शामिल किए गए हैं. लोकसभा पोर्टल के लॉगिन-पासवर्ड को गोपनीयता के दायरे में बांध दिया गया है, जिससे अब कोई भी सांसद अपना लॉगिन-पासवर्ड किसी बाहरी व्यक्ति के साथ साझा नहीं कर सकता है. ये दिशा-निर्देश संसद के शीतकालीन सत्र से ही लागू हो जाएंगे, जिसके अगले महीने शुरू होने की संभावना है.
यह दिए गए हैं सांसदों को नए निर्देश
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पीकर ओम बिड़ला के निर्देश पर लोकसभा सचिवालय की तरफ से सांसदों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इनमें कहा गया है कि लोकसभा पोर्टल का इस्तेमाल केवल संसद सदस्य ही कर सकते हैं. लोकसभा पोर्टल के लिए सांसद को दिया गया लॉगिन-पासवर्ड एक गोपनीय वस्तु है, जिसे किसी दूसरे के साथ शेयर नहीं किया जा सकता. सांसद को लोकसभा पोर्टल की गोपनीयता बनाए रखनी होगी. सांसदों को यह भी सलाह दी गई है कि वे प्रश्नकाल तक सवालों के उत्तर किसी बाहरी व्यक्ति के साथ साझा नहीं करें.
महुआ की सदस्यता खत्म करने की हो चुकी है सिफारिश
महुआ मोइत्रा पर रिश्वत लेकर संसद में सवाल (Cash For Query Case) पूछने के आरोपों में पार्लियामेंट एथिक्स कमेटी (Parliament Ethics Committee) ने जांच की थी. यह जांच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों के आधार पर की गई थी. दुबे ने 15 अक्टूबर को स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखकर महुआ पर आरोप लगाए थे, जिनमें कहा गया था कि महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर सदन में पीएम नरेंद्र मोदी और अडानी ग्रुप की छवि खराब करने वाले सवाल पूछे हैं. स्पीकर ने यह शिकायत एथिक्स कमेटी को सौंपी थी. एथिक्स कमेटी ने 10 नवंबर को जांच पूरी करने के बाद अपनी सिफारिशें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) को सौंप दी थी. इन सिफारिशों में महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खत्म करने के लिए कहा गया है. हालांकि इन सिफारिशों पर अभी फैसला नहीं हुआ है.
ममता बनर्जी बोलीं, 'महुआ की सदस्यता खारिज करने की साजिश'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खारिज करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कोलकाता के एक इवेंट में कहा कि यदि ऐसा हुआ तो ये महुआ के लिए लोकसभा 2024 चुनाव से पहले अच्छा ही होगा. तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने संसद विवाद के बावजूद महुआ को कृष्णानगर जिले का पार्टी अध्यक्ष भी बनाया है. इसे बिना कुछ बोले इस विवाद में ममता द्वारा महुआ का समर्थन करना भी माना जा रहा है.
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