डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर विवाद जारी है. इसी बीच एक ऑनलाइन चर्चा के दौरान लखनऊ यूनिवर्सिटी के एक दलित शिक्षक की टिप्पणी के चलते कुछ छात्रों ने उन्हें कैंपस में ही घेर लिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. कथित तौर पर ये छात्र एबीवीपी से जुड़े हुए थे. अब देश और दुनियाभर के अकादमिक जगत से जुड़े 400 से ज्यादा लोगों ने इस घटना की निंदा की है.
रवि कांत लखनऊ यूनवर्सिटी में हिंदी के असोसिएट प्रोफेसर हैं. मंगलवार को कुछ छात्रों ने उन्हें कैंपस में घेर लिया और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे. बताया गया कि वह कई घंटों तक प्रॉक्टर के ही ऑफिस में बैठे रहे, जिससे वह अपने आप को सुरक्षित रख सकें. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवि कांत के खिलाफ 'गद्दारों को गोली मारो' जैसे नारे लगाए गए. बता दें कि बीजेपी के कुछ नेता भी पिछले कुछ समय में इस तरह की नारेबाजी करते रहे हैं.
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प्रोफेसर रवि कांत के खिलाफ दर्ज कराया गया केस
इतना ही नहीं, कुछ छात्रों ने रवि कांत के खिलाफ धर्म के आधार पर द्वेष फैलाने, शांति भंग करने के उद्देश्य से अपमानित करने, नफरत फैलाने और लोगों के बीच भावनाएं भड़काने की धाराओं के तहत केस दर्ज करवाया है. इसके बाद छात्रों के इस संगठन से जुड़े लोगों ने रवि कांत के खिलाफ सोशल मीडिया पर भी ट्रोलिंग की.
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अब प्रोफेसर रवि कांत के समर्थन में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर रतन लाल हांगलू, प्रोफेसर प्रत्यूष बी, रिटायर्ड प्रोफेसर रमेश दीक्षित, प्रोफेसर अमृता सिंह और प्रोफेसर अनिकेत बासू जैसे लोग भी उतर आए हैं. उन्होंने इस तरह प्रोफेसर के खिलाफ नारेबाजी किए जाने की आलोचना की है.
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Gyanvapi Masjid पर टिप्पणी के बाद दलित शिक्षक को घेरकर छात्रों ने की नारेबाजी