डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने भूचाल ला दिया है. नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार के होते ही वह 40 विधायकों को लेकर पार्टी में विभाजन की लकीर खींच दी है. शरद पवार अलग-थलग पड़ गए हैं. उनके पास महज कुछ भरोसेमंद नेता हैं और उनकी बेटी सुप्रिया सुले हैं. भतीजे ने चाचा से बगावत करके पार्टी ही छीन ली है.
अजित पवार की इस बगावत पर महाराष्ट्र में पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को गद्दार बताया है. उनकी तुलना कटप्पा से की है. विद्यार्थी कांग्रेस के पोस्ट में शरद पवार बाहुबली बने हैं, वहीं अजित पवार कटप्पा बने हैं.
'बाहुबली शरद पवार, कटप्पा बने अजित पवार'
अजित पवार, अपने चाचा शरद पवार की पीठ में तलवार घोंपते नजर आ रहे हैं. एनसीपी के स्टूडेंट यूनियन का आरोप है कि अजित पवार ने अपने चाचा के साथ गद्दारी की है और बाहुबली के कटप्पा वाली भूमिका निभाई है. उन्होंने भरोसे का कत्ल किया है.
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'सारा देश देख रहा है अपनों में छुपे गद्दारों को'
इस पोस्टर पर ऊपर एक कविता भी लिखी गई है. 'सारा देश देख रहा है अपनों में छुपे गद्दारों को, माफ नहीं करेगी जनता, ऐसे फर्जी मक्कारों को.' अजित पवार अपनी इस कविता पर घिर गए हैं.
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गद्दार वाला टैग कैसे सुधारेंगे अजित पवार?
अजित पवार, अपनी बगावत को सही ठहरा रहे हैं. उन्होंने कहा भी था कि बीजेपी में 75 साल की उम्र में नेता रिटायर हो जाते हैं, शरद पवार 83 साल के हैं लेकिन रिटायर नहीं हो रहे हैं. अब उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए.
अजित पवार ने यह भी कहा है एनसीपी अपने मकसद से भटक गई है, इसलिए उन्होंने अलग चलने का फैसला किया है. वहीं शरद पवार के नेतृत्व में एक अधिवेशन बुलाई गई है, जिसमें शरद पवार ने दावा किया है कि अजित पवार के पास पार्टी से संबंधित अधिकार नहीं है, वह प्रमुख बने रहेंगे.
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महाराष्ट्र के बाहुबली बने शरद पवार, अजित बने कटप्पा, कैसे सुधारेंगे 'गद्दार' वाला टैग?