डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने कर्नाटक (Karnataka) में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा को कॉल किया है. उन्होंने अपने बेटे के लिए शिवमोगा विधानसभा सीट से टिकट मांगा था. पार्टी ने नहीं दिया. ऐसे में माना जा रहा था कि वह नाराज हो जाएंगे और प्रचार नहीं करेंगे. ईश्वरप्पा अपनी पार्टी के समर्थन में एक्टिव कैंपेनिंग कर रहे हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस जज्बे के लिए शुक्रिया कहा है.
एस ईश्वरप्पा विधायक हैं और उन्होंने पार्टी को जिताने के लिए पूरा दमखम लगा दिया है. पीएम मोदी तक उनकी लगन की बात पहुंची तो खुद प्रधानमंत्री उन्हें कॉल करने से खुद को नहीं रोक पाए. पीएम मोदी ने कहा कि वह ईश्वरप्पा की प्रतिबद्धता से प्रभावित हैं.
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ईश्वरप्पा चुनावी राजनीति से उम्र की वजह से संन्यास ले चुके हैं. उन्होंने पीएम मोदी से बातचीत का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह पीएम से बात करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं, 'आपने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है. मैं आपसे बहुत खुश हूं. इसलिए, मैंने आपसे बात करने का फैसला किया.'
#KarnatakaElections2023 | PM Modi held a telephonic conversation with Karnataka BJP leader and former minister KS Eshwarappa.
— ANI (@ANI) April 21, 2023
(Source: KS Eshwarappa) pic.twitter.com/DxUn5bTVU3
पीएम मोदी ने यह भी कहा, 'जब भी वह चुनावी राज्य कर्नाटक का दौरा करेंगे तो उनसे अवश्य मुलाकात करेंगे. इसके जवाब में ईश्वरप्पा ने मोदी से कहा कि बीजेपी आगामी चुनाव जीतेगी.'
केएस ईश्वरप्पा ने वीडियो जारी करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री मुझे फोन करेंगे. उनके फोन कॉल ने मुझे प्रेरित किया है. हम शिवमोगा शहर में चुनाव जीतेंगे. हम कर्नाटक में BJP की सरकार बनाने के लिए भी हर संभव प्रयास करेंगे.'
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बेटे के लिए मांग रहे थे टिकट, नहीं बनी बात
पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने हाल ही में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की बात कही थी. कहा जा रहा है कि इस विधानसभा से वह 5 बार विधायक रहे हैं. वह अपने बेटे केई कांतेश के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन चन्नबसप्पा को टिकट मिल गया.
लगावी में सार्वजनिक कार्यों पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का ईश्वरप्पा पर आरोप लगाते हुए एक ठेकेदार संतोष पाटिल ने आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद ईश्वरप्पा ने अप्रैल 2022 में ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में जांच में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई. (इनपुट: PTI)
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कर्नाटक चुनाव: पीएम मोदी ने केएस ईश्वरप्पा को किया कॉल, क्या कहा कि भावुक हो गए नेता?