डीएनए हिंदी: जम्मू और कश्मीर के राजौरी में हुई एक मुठभेड़ ने देश को बड़ा जख्म दे दिया है. आगरा के रहने वाले कैप्टन शुभग गुप्ता शहीद हो गए हैं. जैसे ही बुधवार शाम उनके परिवार को शहादत की खबर मिली, घर शोक में डूब गया. दीपावली पर शुभम ने अपने परिवार से बातचीत की थी. उन्होंने कहा था कि वे अगले सप्ताह घर आ रहे हैं लेकिन वे घर नहीं लौटे. महज 26 साल की उम्र में शुभम ने दुनिया को अलविदा कह दिया.
शुभम गुप्ता आगरा के फेस 1 प्रतीक एनक्लेव में रहते थे. वे 9 पैरा स्पेशल फोर्स में कैप्टन थे. साल 2015 में वह पहली बार सलेक्ट हुए. साल 2018 में शुभम को कमीशन मिला. वह एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए.
घर आने पर होने वाली थी सगाई
शुभम के घरवालों को शाम 4 बजे सूचना मिली कि राजौरी एनकाउंटर में वे गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. घर में शादी की तैयारिया चल रही थीं लेकिन अचानक घर में मातम पसर गया. शुभग गुप्ता के पिता का नाम बसंत गुप्ता है. वह शासकीय अधिवक्ता हैं. जिस बेटे को देखकर उनका गर्व से सीना फूला रहता था वे उसकी लाश आने की बाट जोह रहे हैं. पूरे परिवार में मातम पसरा है.
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शादी से पहले आई मौत की खबर
शुभम की शादी होने वाली थी. शुभम ने अपने छोटे भाई ऋषभ, मां और पिता से वीडियो कॉल पर बातचीत की थी. घर वाले इंतजार में थे लेकिन मौत की खबर सामने आ गई. सगाई होने वाली थी लेकिन सारे अरमान धरे के धरे रह गए. शुभम देश के लिए शहीद हो गए.
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वादा टूटा, साथ छूटा, घर में पसरा मातम, रुला देगी कैप्टन शुभम गुप्ता की शहादत