डीएनए हिंदी: भारतीय रेलवे ने कोरोनाकाल में बुजुर्ग यात्रियों को टिकट बुकिंग में एक बड़ा झटका दिया था और किराए में मिलने वाली छूट को खत्म कर दिया था. अब सामने आया है कि उस छूट को खत्म करके रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष में करीब 2242 रुपये की कमाई की है. बता दें कि रेलवे ने यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत दी है. इस छूट को बहाल करने की मांग लंबे समय तक की गई थी लेकिन भारतीय रेलवे इसे अब तक बहाल नहीं किया है.
सीनियर सिटीजंस के किराए से छूट खत्म करने से जुड़ा यह सवाल आरटीआई के जरिए मध्य प्रदेश के चंद्रशेखर गौर ने उठाया था. उनके सवाल के जवाब में रेलवे ने बताया है कि एक अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 के बीच उसने लगभग आठ करोड़ सीनियर सिटीजंस को छूट नहीं दी थी. इनमें 4.6 करोड़ पुरुष, 3.3 करोड़ महिलाएं और 18,000 ट्रांसजेंडर शामिल थे.
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रेलवे के मुताबिक सीनियर सिटीजंस से कुल राजस्व 5,062 करोड़ रुपये रहा जिसमें रियायत के निलंबन के कारण अतिरिक्त 2,242 करोड़ रुपये कीकमाई हुई है. सीनियर सिटीजंस के किराए से रेलवे को होने वाली कमाई में लगातार बढ़ोतरी हुई है.
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रेलवे ने बताया है कि सीनियर सिटीजन यात्रियों से मिला कुल राजस्व 2020-22 के दौरान 3,464 करोड़ रुपये था जो उन्हें रियायत की पेशकश पर होने वाली आय के मुकाबले 1,500 करोड़ रुपये ज्यादा था. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान रेलवे ने पुरुष वरिष्ठ नागरिक यात्रियों से 2,891 करोड़ रुपये, महिला यात्रियों से 2,169 करोड़ रुपये और ट्रांसजेंडरों से 1.03 करोड़ रुपये की कमाई की है.
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रेलवे ने सीनियर सिटीजंस के टिकट पर खत्म कर दी थी छूट, एक साल में कमा लिए 2242 करोड़ रुपये