डीएनए हिंदी: इस्लामिक सहयोग संगठन-डिपेंडेंट पर्मानेंट ह्यूमन राइट्स कमिशन (OIC-IPHRC) को कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) से हमदर्दी जताने पर भारत ने फटकार लगाई है. भारत ने कहा है कि ऐसी टिप्पणियां कभी मंजूर नहीं की जाएंगी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि दुनिया आतंकवाद को कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगी और ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) से अनुरोध किया कि वह इसे किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराए.
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'भारत नहीं करेगा बर्दाश्त'
अरविंद बागची ने कहा, 'यासिन मलिक के मामले में फैसले को लेकर भारत की आलोचना करने वाली ओआईसी-आईपीएचआरसी की टिप्पणियों को भारत स्वीकार करने योग्य नहीं मानता.'
आतंक का समर्थन कर रहा है OIC
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ओआईसी-आईपीएचआरसी ने यासिन मलिक की उन आतंकवादी गतिविधियों को अपना समर्थन दिया है, जिनके संबंध में अदालत में साक्ष्य पेश किए गए हैं.
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आजीवन कारावास की सजा काट रहा है यासीन मलिक
कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को अदालत ने उम्रकैद और 10 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है. कोर्ट ने मलिक पर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया. विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत अलग-अलग अपराधों के लिए सजा सुनाई है. कोर्ट ने कहा था कि यासीन मलिक कश्मीर घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा था और अलग-अलग वारदातों में शामिल रहा था.
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यासीन मलिक को मिली सजा तो भड़का OIC, भारत ने दिया ये जवाब