डीएनए हिंदी: रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा तट (Odisha) के पास डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप (Dr APJ Abdul Kalam Island) से सतह से सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रलय' (Pralay) का सफल परीक्षण किया. डीआरडीओ की ओर से विकसित ठोस-ईंधन, युद्धक मिसाइल, भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के पृथ्वी' पर आधारित है.
सूत्रों के मुताबिक एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रक्षेपित की गई मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया. उन्होंने कहा कि विजिलेंस डिवाइस के जरिए तट रेखा से इसके प्रक्षेपण की निगरानी की गई. 'प्रलय' 350-500 किलोमीटर से कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है. यह मिसाइल 500-1000 किलोग्राम का भार वहन करने में सक्षम है.
Congratulations to @DRDO_India and associated teams for the maiden development flight trial. My compliments to them for the fast track development and successful launch of modern Surface-to-Surface Quasi Ballistic missile. It is a significant milestone achieved today. pic.twitter.com/woixwxdxjb
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 22, 2021
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर डीआरडीओ (DRDO) और पूरी टीम को बधाई दी है. रक्षा मंत्री ने कहा है कि फ्लाइट ट्रायल के लिए शुभकामनाएं. तेजी से काम करने के लिए पूरी टीम बधाई की पात्र है. सतह से सतह तक मार करने वाली इस क्वासी बैलेस्टिक मिसाइल ( Quasi Ballistic missile) के सफल परीक्षण से देश के एक मील का पत्थर स्थापित किया है.
यह भी पढ़ें-
Ballistic Missile Agni-5: अग्नि 5000 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है, जानें कितनी है खतरनाक?
- Log in to post comments