डीएनए हिंदी: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद स्थितियां तनावपूर्ण हैं. नूंह पुलिस और प्रशासन ने उलेमाओं से अपील की है कि वे निर्देश दें कि लोग घर में जुमे की पहली नामज पढ़ें. जिले में भड़की हिंसा के बाद अब तक कर्फ्यू लागू है. उलेमाओं के साथ हुई अहम बैठक में नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार और एसपी वरुणा सिंगला ने लोगों से अपील की है कि लोग घर में ही नमाज अता करें. जिले में कर्फ्यू लगा हुआ है इसलिए सभी नियमों का पालन करें. नूंह प्रशासन का कहना है कि स्थितियां समान्य करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में लोग सड़कों पर न जमा हों और कर्फ्यू नियमों का पालन करें. स्थानीय लोगों के सहयोग से ही शांति बहाली की जा सकती है.
बैठक में उलेमाओं ने प्रशासन से कहा है कि पुलिस का सहयोग करेंगे और नमाज घर पर ही अता करेंगे. उन्होंने लोगों से शान्ति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की है. पुलिस ने दोषियों के खिलाफ सख्ती से एक्शन लेने का भरोसा जताया है.
वरुण सिंगला ने कहा कि ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा है कि किसी निर्दोष के साथ गलत नहीं होगा होगा. उन्होंने जनता से दोषियों की पहचान करने की अपील की है. गुरुग्राम हिंसा की वजह से दिल्ली में भी स्थिति तनावपूर्ण है और पुलिस प्रशासन सख्त है.
दिल्ली और गुरुग्राम का क्या है हाल?
ब्रजमंडल यात्रा पर पथराव के बाद नूंह में हिंसा भड़की थी. इसका असर दिल्ली-एनसीआर पर भी पड़ा है. पुलिस सख्ती बरत रही है. गुरुग्राम पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, किसी भी आपात स्थिति में तत्काल 112 पर कॉल करें.
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दिल्ली में भी दंगे के बाद कुछ इलाके बेहद संवेदनशील हैं. पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है. उत्तर-पूर्वी इलाके पर दिल्ली पुलिस की खास नजर है. दिल्ली पुलिस ने लोगों को साफ चेतावनी दी है कि अगर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश हुई तो पुलिस किसी भी उपद्रवी को नहीं बख्शेगी.
अब कैसा है नूंह का हाल?
नूंह और दूसरी हिंसाग्रस्त जगहों पर मोबाइल इंटरनेट सेवा तीन घंटे के लिए बहाल कर दी गई हैं. इन सेवाओं को पांच अगस्त तक निलंबित किया गया था. सांप्रदायिक दंगों के मद्देनजर शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी अवरोध को दूर करने के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है. नूंह के अलावा फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगी हुई है.
क्यों हिंसाग्रस्त इलाकों में बहाल हुआ इंटरनेट?
हरियाणा सरकार ने सीईटी ‘समूह सी परीक्षा’ में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए इंटरनेट पाबंदी पर ढील का आदेश जारी किया है ताकि वे अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकें. सरकार ने नूंह जिले में सोमवार शाम चार बजे से मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया था और बाद में सांप्रदायिक तनाव तथा जन शांति में व्यवधान के मद्देनजर दो अगस्त तक कुछ अन्य हिस्सों में भी पाबंदियां लगा दी गईं.
हरियाणा दंगों के बाद अब तक क्या कुछ हुआ?
हरियाणा में सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में कुल 176 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 78 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव(गृह) टी वी एस एन प्रसाद ने यह भी कहा कि नूंह में 46, गुरुग्राम में 23, फरीदाबाद में तीन, रेवाड़ी में तीन और पलवल में 18 प्राथमिकी समेत कुल 93 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.
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नूंह की बढ़ाई गई है सुरक्षा
नूंह में इंडियन रिजर्व बटालियन की एक बटालियन तैनात की गई है. बहुत जल्द मेवात में हम रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) का केंद्र स्थापित किया जाएगा. नोएडा हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. (PTI इनपुट के साथ)
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