Haryana Assembly Elections 2024: चुनाव आयोग की तरफ से हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीख घोषित होते ही चुनावी बिगुल बज गया है. राज्य में 5 सितंबर को नामांकन भरे जाएंगे और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. इसके बाद 4 अक्टूबर को मतगणना के साथ ही रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे. माना जा रहा है कि लगातार दो बार से सत्ता संभाल रही भाजपा को जनता की तरफ से सरकार विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में इस बार कांग्रेस अपने लिए सत्ता में वापसी का बड़ा मौका मान रही है. इसके बावजूद पार्टी किसी भी तरह का रिस्क लेने को तैयार नहीं है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि किसी भी तरह के जनता विरोधी रुख से बचने के लिए पुराने नेताओं के बजाय नए युवा चेहरों को तरजीह दी जा सकती है. ऐसा हुआ तो फरीदाबाद विधानसभा सीट पर टिकट आवंटन रोचक हो जाएगा, जहां वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना और लखन सिंगला की दावेदारी के सामने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट ने युवा पंजाबी नेता सचिन कोहली का नाम आगे बढ़ाया है.
हुड्डा गुट की चली तो फरीदाबाद को नया चेहरा मिलना तय
कांग्रेस के अंदर हर कोई मान रहा है कि भाजपा के खिलाफ बनी सत्ता विरोधी लहर में इस बार पार्टी का टिकट चुनावी जीत का सबसे अच्छा मौका हो सकता है. ऐसे में हर किसी ने अपनी दावेदारी मजबूती से ठोक रखी है, लेकिन कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट वितरण में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट हावी रह सकता है. ऐसा हुआ तो फरीदाबाद से हुड्डा परिवार के करीबी समझे जाने वाले संचित को टिकट मिलने की पूरी संभावना है. पंजाबी समुदाय पिछले कुछ साल में फरीदाबाद शहर में मजबूत वोट बैंक बना है. पार्टी सूत्रों का दावा है कि संचित कोहली का नाम खुद सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आगे बढ़ाया है, जिससे उनकी स्थिति मजबूत हुई है. इसके उलट हाल ही में लोकसभा चुनाव में हार के कारण अवतार सिंह भड़ाना और पिछले तीन बार से चुनाव हारने के कारण लखन सिंगला की दावेदारी थोड़ी कमजोर है.
कौन है संचित कोहली
संचित कोहली ने युवा नेता के तौर पर पिछले कुछ साल में फरीदाबाद में बढ़िया पहचान बनाई है. फरीदाबाद में ही जन्मे संचित ने जीडी गोयनका स्कूल से पढ़ाई करने के बाद एमिटी यूनिवर्सिटी से IT में ग्रेजुएशन और फिर LLB की डिग्री ली है. वह गरीबों के लिए कानूनी सलाहकार का भी काम करते रहे हैं. उनकी शिक्षा उन्हें राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करने में संतुलित दृष्टिकोण देती है. संचित कोहली की इमेज Coivd-19 महामारी के दौरान समर्पित समाजसेवी की बनी थी, जब उन्होंने गरीब परिवारों को सुरक्षा किट बांटने के साथ ही उनके लिए भोजन भी उपलब्ध कराया था. इसके अलावा, कोहली स्थानीय वृद्धाश्रम, दृष्टिहीनों के स्कूल और मातृछाया एवं उड़ान जैसी संस्थाओं से भी जुड़े हुए हैं.
फरीदाबाद को बनाना चाहते हैं स्मार्ट सिटी
कोहली फरीदाबाद को ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में बदलने का सपना देखते हैं. उनके मुख्य लक्ष्य सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली में सुधार, औद्योगिक क्षेत्र का पुनरुद्धार और कानून व्यवस्था को मजबूत करना हैं. वह सरकारी स्कूलों को सुधारने, औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने और पुलिस व्यवस्था में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं. कोहली फरीदाबाद में धार्मिक सौहार्द और सामुदायिक एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. विभिन्न समुदायों के बीच धार्मिक आयोजनों में उनकी भागीदारी उनके सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक समरसता के प्रति विश्वास को दर्शाती है.
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फरीदाबाद में भड़ाना-सिंगला के बजाय कांग्रेस उतारेगी नया चेहरा? कौन हैं संचित कोहली, जिन पर खेला जा सकता है दांव