डीएनए हिंदीः वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग को लेकर हिंदू पक्ष की ओर से बड़ा दावा किया गया है. हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने दावा किया है कि वजूखाने में जो शिवलिंग मिला उसमें हीरा जड़ा गया था. उन्होंने कहा कि कब्जे के बाद इसे निकाल लिया गया. इसी वजह से शिवलिंग के ऊपर दरारें दिखाई दे रही हैं.  

हरिशंकर जैन का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट को सबूतों के साथ बताया गया है कि यह हिंदुओं का मंदिर है. यहां पहले कभी कोई मस्जिद नहीं रही. कोर्ट को 274 पेज का डॉक्यूमेंट जमा कराया गया है. उन्होंने बताया कि कोर्ट को बताया गया है कि कैसे औरंगजेब यहां आया और उसने मंदिरों को अपना निशाना बनाया. हालांकि वह पूरा मंदिर नहीं तोड़ सका था.  

ये भी पढ़ेंः Gyanvapi Masjid: जुमे की नमाज के लिए जुटी भारी भीड़, गेट बंद कर लौटाने पड़े लोग

सर्वे में मिले सनातन चिन्ह
सिविल कोर्ट को सौंपी गई सर्वे रिपोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर कमल, डमरू, त्रिशूल समेत अन्य चिन्ह मिलने का जिक्र किया गया है. इस रिपोर्ट में वजूखाने के पास शिवलिंग मिलने का भी जिक्र किया गया है. रिपोर्ट में बेसमेंट की दीवार पर भी सनातन धर्म के चिन्ह मिलने की बात सर्वे रिपोर्ट में कही गई है.

अजय मिश्रा ने भी सौंपी रिपोर्ट
इससे पहले अजय मिश्रा की ओर से भी 6 और 7 मई को किए गए सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में जमा कराई गई थी. सूत्रों के मुताबिक दो पन्ने की इस रिपोर्ट में उन्होंने हिन्दू धर्म के प्रतीक और अवशेषों को मिलने का जिक्र किया तो वहीं उन्होंने कहा कि प्रशासन और मुस्लिम पक्ष से सहयोग नहीं मिल पाया. इस रिपोर्ट में मस्जिद में देवताओं की कलाकृतियां, कमल की कलाकृति, शेषनाग की कलाकृति, नागफनी की आकृति, दीवार में ताखा और दीये के सबूत मिलने का दावा किया गया है. 

ये भी पढ़ेंः Gyanvapi Masjid: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने टाला ज्ञानवापी का मामला, छुट्टियों के बाद 6 जुलाई को होगी सुनवाई

रिपोर्ट में क्या किया दावा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पत्थरों के भीतर की तरफ कुछ कलाकृतियां आकार में स्पष्ट रूप से कमल और अन्य आकृतियां थीं. शिलापट्ट पर देव विग्रह, जिसमें चार मूर्तियों की आकृति बनी है, जिस पर सिन्दूरी रंग लगा हुआ है, चौथी आकृति जो मूर्ति की तरह प्रतीत हो रही है, उस पर सिन्दूर का मोटा लेप लगा हुआ है. इस रिपोर्ट में बैरिकेडिंग के बाहर उत्तर से पश्चिम दीवार के कोने पर पुराने मंदिरों का मलबा मिलने का भी जिक्र किया गया है. इसमें कहा गया कि मलबे में देवी-देवताओं की कलाकृति बनी हुई थी और अन्य शिलापट पट्ट थे. 

ये भी पढ़ेंः Places of worship act: प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट क्या है? ज्ञानवापी केस में क्यों बन सकता है सबसे बड़ा आधार

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
Gyanvapi Masjid diamond was installed on Shivalinga not the fountain Hindu side harishankar jain claimed 
Short Title
Gyanvapi Masjid: 'फव्वारा नहीं शिवलिंग के ऊपर जड़ा था हीरा'
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Gyanvapi Masjid diamond was installed on Shivalinga not the fountain Hindu side harishankar jain claimed 
Date updated
Date published
Home Title

Gyanvapi Masjid: 'फव्वारा नहीं शिवलिंग के ऊपर जड़ा था हीरा', हिंदू पक्ष ने किया दावा