डीएनए हिंदी: यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव से पूरे विश्व में तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस बीच विदेश मंत्रालय भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए विमानों की संख्या बढ़ाने जा रहा है. इसके लिए एयरलाइंस से भी बातचीत चल रही है. बता दें कि तनाव के हालात देखते हुए भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों और भारतीयों से कुछ समय के लिए देश लौटने के लिए एडवाइजरी जारी की है.
उड़ान बढ़ाने पर चल रही है बातचीत
उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए नागरिक उड्ड्यन विभाग के अधिकारियों की एयरलाइंस से बातचीत जारी है. एक मीडिया समूह से बात करते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिन पेरेंट्स के बच्चे यूक्रेन में पढ़ रहे हैं वो चिंतित हैं. उनकी सुरक्षित घर वापसी के लिए हम कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए जरूरी बातचीत और प्रक्रिया पर काम हो रहा है.
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भारतीयों की मदद के लिए बन रहा कंट्रोल रूम
यूक्रेन में रह रहे भारतीयों के लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय यह कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीयों, विशेषकर छात्रों को निर्देश दिया है कि अगर बहुत जरूरी नहीं है तो भारत या किसी सुरक्षित जगह लौटें. आक्रमण की आशंका के बीच देश के भीतर गैर-जरूरी यात्रा से बचने का भी निर्देश दिया गया है. दूतावास किसी भी मामले से निपटने के लिए घटनाक्रम की निगरानी कर रहा है.
यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय रह रहे
रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन में 20 हजार से अधिक भारतीय रह रहे हैं. इसमें से 18 हजार के करीब छात्र हैं. कुछ छात्रों ने भारत के लिए उड़ानों की बढ़ती कीमतों को लेकर भी चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि छात्रों की इस चिंता के समाधान के लिए भी कोशिश की जा रही है. यूक्रेन में पिछले कुछ सालों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाने वाले छात्रों की संख्या काफी बढ़ी है.
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