डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) को अपनी बयानबाजी और हरकतों के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. वह लगातार महाराष्ट्र सरकार पर लगातार हमले बोलते हुए नजर आते रहते हैं. उन्होंने पिछले दिनों यह बयान दिया था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर (Loudspeakers in Mosques) नहीं हटाए गए तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर देंगे. एमएनएस मस्जिदों में लाउडस्पीकरों पर अजान पढ़ने (Azan controversy) को लेकर लगातार मुखर है. राज ठाकरे पर इस मामले को लेकर नहीं बल्कि एक दूसरे मामले में कार्रवाई हो सकती है. दरअसल राज ठाकरे पर आर्म्स एक्ट (Arms Act) के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है.
क्या है पूरा मामला?
राज ठाकरे ने 12 अप्रैल 2022 को एक जनसभा के दौरान हवा में तलवार लहराई थी. यह संभव है कि इस मसले पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा सकता है. आपको बता दें कि मोहित कंबोज, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री असलम शेख, वर्षा गायकवाड़ के खिलाफ पहले ही आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया जा चुका है.
राज्य सरकार को दिया था अल्टीमेटम
मनसे प्रमुख ने कहा है कि मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को 3 मई तक बंद करना ही होगा नहीं तो उनकी पार्टी हनुमान चालीसा बजाएगी. ठाकरे ने एमएनएस (MNS) समर्थकों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो उनकी पार्टी के सभी कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर देंगे.
राज ठाकरे ने मंगलवार की रैली में कहा कि अगर राज्य सरकार ने कार्रवाई नहीं की और सभी लाउडस्पीकरों को नहीं हटाया तो फिर उन्हें या उनकी पार्टी को आगे की कार्रवाई के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जाए.
'तलवार के बदले तलवार लहराए जाएंगे'
राज ठाकरे ने 2020 के फरवरी महीने में मुंबई के आजाद मैदान में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था- 'मुस्लिमों ने कुछ समय पहले क्यों मजमा लगाया था? क्या यह सबकुछ वो अपनी ताकत का प्रदर्शन आजमाने के लिए कर रहे थे? इनका उद्देश्य पूरे देश में संदेश देना है? इसके बाद उन्होंने अपने इसी भाषण में आगे कहा था - 'आज यहां उसके जवाब में मजबा लगाया गया है. पत्थर के बदले पत्थर उछाले जाएंगे और तलवार के बदले तलवार लहराए जाएंगे.'
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Raj Thackeray ने ऐसा क्या किया जिसके चलते उनपर दर्ज होगा मुकदमा?