डीएनए हिंदी: Ayodhya Ram Mandir- अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां आखिरी दौर में चल रही हैं. इसके लिए पूरी अयोध्या को चमकाया जा रहा है. मुख्य सड़कों के किनारे बनी बिल्डिंगों का जीर्णोद्धार चल रहा है तो एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन तक को नया नाम दे दिया गया है. यह कितना अहम मौका है, इसका अंदाजा ऐसे लगाइए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 दिन में दो बार राम जन्म भूमि पर पहुंचेंगे. समारोह में भाग लेने वाले मेहमानों के नाम तय हो चुके हैं. इस पर विपक्षी दलों की राजनीति भी शुरू हो चुकी है. साथ ही ये भी तय कर लिया गया है कि 22 जनवरी के दिन कब, क्या और कैसे होगा. आज हम आपको इसी पूरे प्लान की जानकारी दे रहे हैं.
ऐसे होगी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए शुरुआत
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को यानी आज से ठीक 25 दिन बाद होगी, लेकिन उससे पहले हम आपको आज प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन की संपूर्ण जानकारी देंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान का पालन करते हुए 22 जनवरी को की जाएगी. इससे दो दिन पहले यानी 20 जनवरी को गर्भगृह को 81 कलश सरयू के जल से धोया जायेगा. ऐसा करने के बाद वास्तु पूजा की जाएगी. जो जानकारी अभी तक सामने आई है, उसके मुताबिक 21 जनवरी को अलग-अलग तीर्थों से लाए गए 125 कलश जल से रामलला को स्नान कराया जाएगा. इसके बाद यानी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ 1 मिनट 24 Seconds में पूर्ण होगी.
- प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त काशी के पंडितों ने तय किया है.
- मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट और 8 सेकंड पर शुरू होगा.
- यह मुहूर्त 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड पर खत्म हो जाएगा.
- प्राण प्रतिष्ठा का कार्य इसी 1 मिनट 24 सेकंड्स के दौरान होगा.
प्राण प्रतिष्ठा के लिए जो मुहूर्त तय किया गया है, उसकी शुद्धि भी की जाएगी. मुहूर्त शुद्धि का समय 20 मिनट का होगा. जो 19 जनवरी की शाम 6 बजे से शुरू होगा और 6 बजकर 20 मिनट तक चलेगा. इसके बाद 20 जनवरी को सूर्योदय से पहले मुहूर्त शुद्धि का संकल्प होगा.
पीएम मोदी दिखाएंगे रामलला को आईना
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री मोदी अपने हाथों से करेंगे, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी 22 जनवरी को मुहूर्त के समय से पहले राम मंदिर पहुंच जाएंगे. प्राण प्रतिष्ठा के विधि विधान के मुताबिक, सबसे पहले प्रधानमंत्री प्रभु श्रीराम को आईने में उनका चेहरा दिखाएंगे. सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह में सिर्फ 5 लोग उपस्थित रहेंगे.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- संघ प्रमुख मोहन भागवत
- मंदिर के आचार्य यानी मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास
इनके सबके अलावा भी कुछ विद्वान भी गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के समय उपस्थित रह सकते हैं.
सोने के सिंहासन पर विराजेंगे रामलला
22 जनवरी को रामलला सोने के सिंहासन पर विराजमान होंगे. गर्भगृह के दरवाजों पर भी सोने की परत चढ़ाई गई है. इस जानकारी को राममंदिर निर्माण समिति के अध्य़क्ष और प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने साझा किया है. रामलला इस तरह स्थापित किए जाएंगे कि प्रतिवर्ष रामनवमी पर उनका सूर्याभिषेक खुद ही हो सके.
अगले 22 दिन में बार-बार अयोध्या आने को तैयार हैं पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी इस विशेष अवसर का महत्व समझते हैं. कितने संघर्ष के बाद ये अवसर आया है. इसलिए प्राण प्रतिष्ठा में कोई कमी ना रह जाए, इसका प्रधानमंत्री विशेष ध्यान रख रहे हैं. पीएम मोदी यजमान बनकर अयोध्या जा रहे हैं. इसलिए अगर 22 जनवरी से पहले किसी विधि विधान के लिए उनकी मौजूदगी की आवश्यकता रहती है, तो इसके लिए भी प्रधानमंत्री तैयार हैं.
श्रीराम के ननिहाल और ससुराल से आई सामग्री से बनेगा विशेष भोग
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी 22 जनवरी को रामलला को विशेष प्रसाद का भोग लगाया जाएगा. इसके लिए रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3 हजार क्विंटल चावल और ससुराल नेपाल के जनकपुर से मेवा मंगाया गया है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन भोग में पान को विशेष महत्व दिया गया है, भोग में रामलला को स्पेशल गुलकंद पान खिलाया जाएगा. इसके लिए पिछले 20 वर्षों से रामलला की सेवा में लगे अयोध्या के मशहूर बनारसी पान व्यवसायी को 151 पान का Order दिया गया है.
8,000 मेहमान बनेंगे प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी
22 जनवरी के समारोह के लिए 8,000 हजार मेहमानों को निमंत्रण दिया गया है, इसके अलावा काफी संख्या में रामभक्त भी आएंगे. जिन्हें रामलला के भोग वाला प्रसाद वितरित किया जाएगा. इस समय राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मोटी इलायची के दाने वाला प्रसाद दिया जाता है. रामभक्तों के लिए 22 जनवरी ऐतिहासिक दिन है, अयोध्या में लाखों की संख्या में लोग जुटेंगे. इसकी विशेष तैयारी भी चल रही है.
डिप्टी सीएम खुद देख रहे सफाई व्यवस्था
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम नगरी सज रही है. प्रशासन और राम मंदिर ट्रस्ट इस भव्य आयोजन में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता. अयोध्या को फूलो से सजाया जा रहा है तो कहीं भगवान राम के चित्रों को दीवारों पर उकेरा जा रहा है. अयोध्या में स्वच्छता अभियान भी युद्ध स्तर पर चल रहा है, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या खुद इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने सफाई अभियान का जिम्मा संभाला.
सुरक्षा के हो रहे कड़े इंतजाम
22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन दिव्य-भव्य होगा, इसमें किसी को भी संदेह नहीं है. लेकिन लाखों भक्तों के जुटने से सुरक्षा एक अहम मुद्दा है. इसलिए राम मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. प्राण प्रतिष्ठा से पहले और 22 जनवरी को अयोध्या को अभेद्य किले में बदल दिया जाएगा. इसलिए राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं ताकि सुरक्षा में कहीं कोई कमी ना रह जाए. राम मंदिर परिसर को हज़ारों कैमरों से लैस किया गया है. 22 जनवरी को कई लेयर की सुरक्षा होगी. सुरक्षा व्यवस्था में CRPF, UP Police STF, PAC, UP POLICE को लगाया गया है, इसके अलावा अभी से अयोध्या में ड्रोन उड़ाने पर बैन लगा दिया गया है. 22 जनवरी को वही लोग अयोध्या जा सकेंगे, जिनके पास निमंत्रण पत्र होगा या फिर सरकारी ड्यूटी पर होंगे.
प्रसाद के लड्डू की मांग कई गुना बढ़ी
जैसे-जैसे प्राण प्रतिष्ठा की तारीख करीब आ रही है, राम भक्तों का उत्साह बढ़ता जा रहा है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतिदिन 50 हज़ार के करीब श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं. जिससे प्रसाद बनाने वालों में खुशी की लहर है. क्योंकि, अयोध्या में प्रसाद लड्डू की मांग कई गुना बढ़ गई है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भी राम मंदिर ट्रस्ट ने विशेष इंतजाम किए हैं, खास तौर पर श्रद्धालुओं के सामान की सुरक्षा को देखते हुए, हज़ारों की संख्या में लॉकर रूम बनाए गए हैं. इसी के साथ रामभक्त मार्ग बनाया गया है, जिससे होकर ही रामभक्त प्रभु राम के दर्शन के लिए जा सकेंगे. भव्य-दिव्य राम मंदिर का निर्माण इस तरह किया गया है, कि यहां देश और विदेश से आने वाले सभी रामभक्तों को अपनेपन का अहसास हो. ऐसा प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर किया गया है, जो राममंदिर के निर्माण कार्य की प्रगति की समय-समय पर जानकारी लेते रहे हैं.
84 कोस तक शराबबंदी हो गई है लागू
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. गुरुवार को यूपी के आबकारी मंत्री ऐलान किया कि मंदिर से 84 कोस तक शराबबंदी रहेगी. इसके लिए राज्य सरकार ने क्षेत्र में आने वाली सभी शराब दुकानों को हटा दिया है. अब 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर कोई भी शराब की दुकान नहीं होगी. अयोध्या में ना सिर्फ राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, बल्कि अब राम नगरी की तस्वीर और तकदीर भी बदल रही है. जिससे अयोध्या के लाखों लोग खुश हैं.
श्रद्धालुओं के लिए तैयार हुई खास Tent City
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन लाखों की संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंचेंगे. ये संख्या इतनी ज्यादा होगी कि Hotels भी कम पड़ जाएंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए Tent City तैयार की गई है. लाखों श्रद्धालुओं को ठहरने में कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए 45 एकड़ में जो Tent City बनाई गई है, उसे तीर्थ क्षेत्र पुरम नाम दिया गया है. तीर्थ क्षेत्र पुरम में 1100 कमरे तैयार किए गए हैं, जबकि 318 बड़े हॉल बनाए गए हैं. Tent city के कमरों को Hotels की तर्ज पर तैयार किया गया है, जिनमें श्रद्धालुओं के लिए तमाम सुविधाएं होंगी. एक कमरे में 4 से 5 श्रद्धालु ठहर सकेंगे.
15 किलोमीटर लंबा रोड शो भी करेंगे पीएम मोदी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी, लेकिन उससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या जाएंगे. इस दिन पीएम मोदी अयोध्या में बने नए Airport और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्धघाटन करेंगे. अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो भी करेंगे, जिसका Route तय कर दिया गया है, जोकि करीब 15 किलोमीटर लंबा होगा. पीएम मोदी Airport के गेट नंबर 3 से निकलेंगे. पीएम मोदी अयोध्या में रामभक्तों को संबोधित भी करेंगे. इसके लिए तैयारियां करीब करीब पूरी कर ली गई हैं. ऐसा अनुमान है कि इस रैली में 2 लाख के करीब राम भक्तों के जुटने की संभावना है.
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