Delhi Rain: भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जूझ रही दिल्ली को मौसम ने राहत दी है. गर्मी से पसीने-पसीने हो रही राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार दोपहर अचानक मौसम बदला और कई इलाकों में बारिश की झमाझम बूंदों ने पारे का मिजाज ठंडा कर दिया है. दिल्लीवासी बारिश से बचने के बजाय पानी में भीगकर पिछले एक महीने से चल रहे हीटवेव प्रभाव (Heatwave Effect) को अलविदा कहते दिखाई दिए. राजधानी का मौसम खुशगवार हो गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का आकलन है कि अगले 2-3 दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही बना रह सकता है, जिससे गर्मी से राहत बनी रहेगी. हालांकि भीषण गर्मी और लू के चलते राजधानी में पिछले एक महीने के दौरान हीटस्ट्रोक के कारण मरने वालों की संख्या भी 45 पर पहुंच गई है.
दिल्ली में 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा पारा
दिल्ली में गुरुवार सुबह भी कुछ जगह बारिश होने के कारण तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से घटकर 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था. IMD ने शुक्रवार को भी दिल्ली-एनसीआर के आसमान में बादल छाए रहने और कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना जताई थी. शुक्रवार दोपहर को यह अनुमान सही साबित हुआ है. दक्षिणी दिल्ली में कई इलाकों में तेज बारिश हुई है, जिससे राजधानी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर ही टिका हुआ है.
#WATCH | Delhi: Slight respite from the sizzling heatwave; rain lashes parts of national capital
— ANI (@ANI) June 21, 2024
(Visuals from RK Puram) pic.twitter.com/3TWH5qAUE5
भीषण लू हो रही थी जानलेवा
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले करीब एक महीने से भीषण लू चल रही है. हीटवेव के प्रभाव के कारण लू के थपेड़े जानलेवा साबित हो रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में 26 मई से 20 जून के बीच 45 लोगों की मौत लू के कारण हीटस्ट्रोक (Heatstroke) की चपेट में आने से हुई है. यह आंकड़ा महज राजधानी के तीन प्रमुख सरकारी अस्पतालों का है. वास्तव में यह संख्या और भी ज्यादा होने की आशंका है. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के प्रोफेसर (मेडिसिन) डॉ. अजय चौहान के मुताबिक, 27 मई से 20 जून तक हीटस्ट्रोक के 73 मरीज अस्पताल में आए थे, जिनमें से 18 की मौत हुई है.
सफदरजंग अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक, 16 जून को भीषण गर्मी की शुरुआत से अब तक 4 दिन में ही अस्पताल में 62 मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें से 24 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली सरकार द्वारा संचालित LNJP अस्पताल में 15 जून से 20 जून के बीच 10 मरीजों की मौत हुई है, जिनकी मौत का कारण हीटस्ट्रोक माना जा रहा है. निगमबोध घाट संचालन समिति के महासचिव सुमन गुप्ता ने बुधवार को निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए 142 शव लाए जाने की पुष्टि की है. उनका कहना है कि यह रोजाना आने वाले औसत 50 से 60 शवों से करीब 136 प्रतिशत अधिक है. अधिकतर की मौत का कारण उनके परिजनों ने लू लगना ही बताया है.
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लू से जूझती दिल्ली को बारिश ने दी राहत, Heatwave से अब तक मर चुके राजधानी में 45 लोग