डीएनए हिंदीः दिल्ली की अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार ने लोगों को पहली इलेक्ट्रिक बस की सौगात दी है. डीटीसी (DTC) से बेड़े में इन बसों को शामिल किया गया है. अप्रैल तक 200 बसें दिल्ली की सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी. इससे पहले 14 जनवरी को 100 अत्याधुनिक एसी बसों को डीटीसी के बेड़े में शामिल किया गया था. नई बसों के शामिल होने के बाद क्लस्टर बसों की संख्या 3133 हो जाएंगी, जबकि दिल्ली में कुल बसों की संख्या बढ़कर 6893 हो गई है.
ये प्रोटोटाइप बस इस महीने की शुरुआत में दिल्ली सरकार को मिली थी. इस बस को 27 किलोमीटर लंबे रूट ई-44 आईटीओ, सफदरजंग, आश्रम के रास्ते प्रगति मैदान से आईपी डिपो तक चलाया जाएगा. बस का निर्माण जेबीएम ऑटो लिमिटेड द्वारा किया गया है. अगले महीने 50 और ई-बसें डीटीसी के बेड़े में शामिल होने की उम्मीद है, जब बड़े पैमाने पर सार्वजनिक परिवहन के रोल आउट शुरू होगा. दिल्ली सरकार ने 2300 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की योजना बनाई है. इसमें 1300 बसों की खरीद डीटीसी द्वारा की जाएगी. वहीं बाकी 1 हजार बसें कलस्टर योजना के तहत काम करेंगी.
2018 में हुई थी पहली घोषणा
दिल्ली में ई बसों को लेकर जुलाई 2018 में घोषणा की गई थी. अब भविष्य में दिल्ली सरकार सिर्फ इलेक्ट्रिक बसों की ही खरीद करेगी. इससे पहले दिल्ली ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान दिल्ली परिवहन विभाग के बेड़े में 6 हजार बसें देखीं थी. केजरीवाल सरकार बेड़े में ईवी को अनिवार्य करने के लिए एग्रीगेटर पॉलिसी को अधिसूचित करने वाली भारत की पहली सरकार बन गई है.
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दिल्लीः सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की पहली इलेक्ट्रिक बस को झंडी दिखाई, जानें खासियत