Arvind Kejriwal vs PM Modi: दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2025) करीब आते ही सियासी पारा पूरी तरह चढ़ चुका है. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जमकर लगाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में 'स्वाभिमान फ्लैट्स' की चाभी सौंपते समय आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर जमर निशाना साधा. शाम होते-होते केजरीवाल ने भी उन पर पलटवार कर दिया. केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर प्रधानमंत्री पर दिल्ली की जनता को गाली देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पास दिल्ली में गिनाने के लिए कोई काम नहीं था. इसलिए उन्होंने 43 मिनट के भाषण में से 39 मिनट तक दिल्ली की जनता और उसके द्वारा निर्वाचित सरकार को गाली देने का काम किया. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दिल्ली में आपदा आने की बात कह रहे हैं, लेकिन आपदा भाजपा में आई हुई है.
'दिल्ली ने दो सरकार चुनी, एक ने ही काम किया'
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा,'दिल्ली में दो सरकार चुनी जाती है. साल 2015 में भी केंद्र में भाजपा और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार चुनी गई थी. कुछ काम एक सरकार के तहत आते हैं तो कुछ दूसरे के. 10 साल में आप ने जो काम किए हैं, वो गिनाने में मुझे घंटों लग जाएंगे. भाजपा की केंद्र सरकार ने 10 साल में ऐसा कोई काम नहीं किया, जो प्रधानमंत्री अपने 43 मिनट के भाषण में गिना सकते.'
'दिल्ली नहीं भाजपा में आई हुई है आपदा'
प्रधानमंत्री मोदी के दिल्ली में आप के रूप में आपदा आने के तंज का भी केजरीवाल ने जवाब दिया है. केजरीवाल ने कहा,'दिल्ली नहीं भाजपा में आपदा हुई है. भाजपा में तीन आपदा आई हुई है. पहली आपदा मुख्यमंत्री चेहरा नहीं होना, दूसरी आपदा कोई नैरेटिव नहीं होना और तीसरी आपदा ये है कि भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं है. दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की आपदा आई हुई है. महिलाएं चीख रही हैं, लेकिन वे चीख अमित शाह तक नहीं पहुंच रहीं.
'हम तेरी-मेरी योजना नहीं, दिल्ली का फायदा देखते हैं'
केजरीवाल ने कहा,'हम तेरी-मेरी योजना में नहीं पड़ते हैं. हम बस दिल्ली के लोगों का फायदा देखते हैं. यदि केंद्र की योजना से फायदा होगा तो उसे लागू करेंगे, यदि हमारी योजना से लाभ होगा तो हम उसे लाएंगे. यदि भाजपा ने 10 साल काम किया होता तो प्रधानमंत्री आज दिल्ली के लोगों को गाली नहीं देते. काम करने वाले को गाली देने की जरूरत नहीं होती. प्रधानमंत्री ने साल 2020 में भाजपा का संकल्प पत्र जारी करते समय दिल्ली में 2022 तक सबको पक्के मकान देने का वादा किया था. प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह 5 साल में सिर्फ 4700 मकान बनाए हैं, उससे लगता है कि ये संकल्प पत्र 5 नहीं 200 साल का है. 200 साल तक वे हर 5-5 साल में 170-1700 मकान बनाकर देंगे. इन पांच साल में इन्होंने झुग्गियां तोड़कर 2 लाख 78 हजार लोगों को बेघर किया. पक्के मकान का वादा करके धोखा दिया गया. मैं लिखकर देता हूं कि इन्हें वोट दिया तो साल 2030 तक ये सारी झुग्गियां तोड़ देंगे और एक भी पक्का मकान नहीं देंगे.'
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'39 मिनट दी दिल्ली के लोगों को गाली' पीएम मोदी पर केजरीवाल का पलटवार