डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि केंद्र सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic) की समस्या से निपटने की दिशा में काम कर रहा है और देश ने अपनी स्थापित बिजली क्षमता का 40 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ऊर्जा से प्राप्त करने के 2030 के लिए निर्धारित लक्ष्य को पहले ही हासिल कर लिया है.
हिमाचल प्रदेश के शहर के पड्डल मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, प्लास्टिक से पहाड़ों को होने वाले नुकसान को लेकर भी सरकार सतर्क है. सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ देशव्यापी अभियान के साथ-साथ हमारी सरकार प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर भी काम कर रही है.
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पीएम ने पर्यटकों से आग्रह करते हुए कहा कि यह उनकी भी जिम्मेदारी है कि वे पहाड़ियों और नदियों को प्लास्टिक से न ढकें.
11,000 करोड़ रुपये की चार मेगा पनबिजली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं जलवायु के अनुकूल नए भारत का हिस्सा हैं और इसका उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण करना है.
विकास के बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में देश के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कदम को विश्व स्तर पर भी पहचाना जा रहा है.
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मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा से लेकर जलविद्युत, पवन ऊर्जा से लेकर हरित हाइड्रोजन तक, देश अक्षय ऊर्जा के हर संसाधन का पूरा उपयोग करने के लिए लगातार काम कर रहा है.
हिमाचली टोपी और शॉल ओढ़े प्रधानमंत्री ने बार-बार डबल इंजन सरकार यानी केंद्र और राज्य दोनों में एक ही पार्टी की सरकार के लाभों की गणना करते हुए कहा कि भाजपा (BJP) के तहत हिमाचल प्रदेश का विकास और परिवर्तन हुआ है. उन्होंने कहा कि इन चार सालों में हमने दो साल तक कोरोना (Corona) के खिलाफ जोरदार लड़ाई लड़ी और विकास परियोजनाओं को भी रुकने नहीं दिया.
(इनपुट- आईएएनएस)
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