डीएनए हिंदी: दिल्ली की एक लड़की को 'वर्क फ्रॉम होम' से कमाई की कोशिश करना काफी महंगा पड़ गया. ऑनलाइन काम देने के नाम पर एक गिरोह ने लड़की से 12 हजार रुपये ले लिए. अब साइबर पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है. इन लोगों के पास से मोबाइल फोन, सिमकार्ड और कई अन्य चीजें बरामद की गई हैं.
वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी गई 23 साल की लड़की ने गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज करवाई. लड़की ने आरोप लगाया कि उसने वर्क फ्रॉम होम करने के इच्छुक लोगों के लिए YouTube पर एक विज्ञापन देखा. वीडियो देखने के बाद उसने फ्रीलांसर नाम का ऐप्लिकेशन डाउनलोड किया और कम पैसो में काम करने की बिडिंग शुरू कर दी. जिसके बाद उसको काम के लिए चुन लिया गया.
यह भी पढ़ें- ED का समन भेजकर BJP नेता से मांगे 4 करोड़, पुलिस ने किया ऐसा हाल
पैसे लेते ही बंद कर दी बातचीत
लड़की ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसकी किसी अज्ञात व्यक्ति से ईमेल के जरिए बात होनी शुरू हो गई. उस व्यक्ति ने काम शुरू करने से पहले कुछ फीस बैंक अकाउंट में जमा कराने को कहा, जिसमे प्रोसेसिंग फीस समेत कई तरह के चार्ज थे. लड़की ने 12000 रुपये के उस अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. जिसके बाद साइबर अपराधियों ने लड़की से संपर्क करना एकदम बंद कर दिया. कुछ समय बाद महिला को समझ आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गई है.
ठगी का एहसास होने के बाद लड़की ने गृह मंत्रालय के साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई. शिकायत पर काम करते हुए दिल्ली पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और मनी ट्रेल के जरिए सबसे पहले उत्तराखंड के उद्धामपुर नगर से 20 साल के तुषार कुमार उर्फ ह्रितिक को गिरफ्तार किया. तुषार की निशानदेही पर यूपी के बरेली से मोहम्मद अकरम अली को गिरफ्तार कर लिया गया. इन लोगों के पास से दिल्ली पुलिस ने 1 लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, 25 सिम कार्ड, 1 वाईफाई राऊटर, 2 आधार बायोमैट्रिक स्कैनर, एक कार बरामद की गई है.
यह भी पढ़ें- Cyber Crime के खिलाफ साइबर दोस्त बना बड़ा हथियार, जानिए मोदी सरकार के बड़े फैसले
आरोपियों की हिस्ट्री खंगाल रही पुलिस
दिल्ली पुलिस के नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट पुलिस के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को चाहिए कि किसी भी लुभावनी चीज़ों पर भरोसा न करें और अपनी निजी जानकारी किसी से भी बिल्कुल शेयर न करें. अगर कोई किसी भी तरह से पैसे की मांग करता है तो उसे किसी भी तरह कोई पैसे न दें.
पुलिस फिलहाल गिरफ्तार किए गए आरोपियो का पुराना इतिहास खंगालने में जुटी हुई हूं, ताकि ये पता लगाया जा सके की अभी तक इन्होंने कितने लोगों को इस तरह वर्क फ्रॉम होम के नाम से चूना लगाया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
YouTube पर देखा ऑनलाइन काम का विज्ञापन, साइबर ठगों ने ले लिए हजारों रुपये