डीएनए हिंदी: उज्बेकिस्तान में कफ सिरप पीने से हुई 19 बच्चों की मौतों के मामले में भारतीय दवा कंपनी कठघरे में खड़ी थी. अब कंपनी का कफ सिर जांच में जहरीला साबित हुआ है. गाजियाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर की शिकायत पर थाना फेस-3 मेंकेस दर्ज किया गया था और इसी के चलते तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के मुताबिक दवा मानकों के अनुरूप नहीं थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का मालिक फिलहाल फरार है.
इस मामले में पुलिस आयुक्त कार्यालय ने बताया कि गाजियाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर आशीष ने थाना फेस -3 में बीती रात को रिपोर्ट दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सेक्टर 67 स्थित एक दवा बनाने की कंपनी में निर्मित कफ सिरप मानकों के ऊपर खरा नहीं उतरा.
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कार्यालय ने बताया कि इस मामले में कंपनी की डायरेक्टर जया जैन, सचिन जैन, ऑपरेशन हेड तुहीन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावल तथा मूल सिंह आदि के खिलाफ धारा 274, 275, 276 ,औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम 17,17ए,17 -बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. कार्यालय से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने तुहीन भट्टाचार्य, अतुल रावत तथा मूल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.
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उन्होंने बताया कि कंपनी के मालिक मालकिन फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी. 2022 के दिसंबर महीने में उक्त कंपनी द्वारा बनाई गई सिरप पीने से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की संदिग्ध मौत हो गई थी. उज्बेकिस्तान सरकार की सूचना के आधार पर भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया तथा कंपनी पर छापेमारी की गई है.
(इनपुट- भाषा)
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उज्बेकिस्तान कफ सिरप मामले में बड़ा एक्शन, 19 बच्चों की मौत के चलते 3 गिरफ्तार, कंपनी मालिक फरार