डीएनए हिंदी: Coronavirus News- देश में कोरोनावायरस के डेली केस तेजी से बढ़ रहे हैं. एक अप्रैल को देश में 3824 नए केस मिले थे, जबकि बुधवार (12 अप्रैल) को पिछले 24 घंटे के दौरान 7830 नए मामले दर्ज हुए हैं. एक्टिव केस भी इन 12 दिन में करीब 18,000 से बढ़कर 40,000 के पार पहुंच गए है. इसके बावजूद केंद्र सरकार ने पिछले साल 16 जनवरी से चल रहा देशव्यापी मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन कैंपेन बंद करने का फैसला कर लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि केंद्र सरकार ने अब फार्मा कंपनियों से कोविड वैक्सीन की नई खेप की खरीद नहीं करने का निर्णय लिया है. रिपोर्ट्स में कोरोना महामारी को लेकर 3 साल लंबे अनुभव को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है. सरकार ने सामान्य रूप से स्वस्थ लोगों को वैक्सीन की तीसरी और चौथी डोज नहीं लेने की सलाह भी देने जा रही है.
खतरनाक नहीं मान रही नए वैरिएंट को सरकार
इंडिया टुडे ने स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों के हवाले से कहा कि कोरोना की नई लहर इसके नए सब वैरिएंट XBB.1.16 के कारण है. अब तक जांच में यह सब वैरिएंट खतरनाक नहीं दिखा है. इसकी चपेट में आने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण होने के बावजूद अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है. सरकार का कहना है कि इससे केवल उन्ही लोगों को खतरा हो सकता है, जो पहले से बीमार हैं या 60 साल से ज्यादा उम्र के हो चुके हैं. इस कारण सरकार ने अब वैक्सीन की और ज्यादा डोज नहीं देने का निर्णय लिया है. इसी कारण वैक्सीन निर्माता कंपनियों को अब कोविड वैक्सीन की सप्लाई के नए ऑर्डर नहीं देने का निर्णय लिया है.
राज्यों से कहा गया है 'वैक्सीन लगानी है तो खुद खरीदिए'
रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि कुछ राज्यों ने अब भी वैक्सीनेशन कैंपेन जारी रखने की बात कही है. देश में सबसे ज्यादा कोरोना केस इस समय महाराष्ट्र में मिल रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीनेशन के लिए अब अपने बजट से वैक्सीन खरीदने के लिए कहा गया है. साथ ही यह सलाहभी दी गई है कि वैक्सीन की तीसरी डोज अब बीमार या 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को ही दी जाए.
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क्या है सरकार के वैक्सीन खरीद रोकने का कारण
एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश में कोरोना केस तेजी से बढ़ने के बावजूद पिछले कुछ समय से इसकी घातक लहर नहीं दिखी है. अब कोरोना सामान्य सर्दी-जुकाम जैसा ही व्यवहार कर रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ मान रहे हैं कि लोगों में इसके खिलाफ हाइब्रिड इम्युनिटी डेवलप हो गई है. इसी कारण अब कोरोना को ज्यादा बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है.
अब तक 220 करोड़ वैक्सीन की डोज लगा चुकी है सरकार
पिछले साल 16 जनवरी को देश में मुफ्त कोविड वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू किया गया था. इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार ही उठा रही थी. हालांकि साल 2022-23 के दौरान कोरोना के बहुत ज्यादा घातक नहीं लगने के कारण वैक्सीनेशन की गति धीमी कर दी गई थी. अब तक देश में 220.6 करोड़ वैक्सीन डोज लोगों को लगाई जा चुकी हैं.
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तेजी से बढ़ रहे नए कोरोना केस, फिर भी सरकार ने वैक्सीन को लेकर उठाया ये बड़ा कदम