डीएनए हिंदीः महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के तीनों पहिए (कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना) आए दिन तीन अलग-अलग रास्तों पर भागते दिखते हैं. राज्य सरकार के तीनों दलों के बीच आपसी तालमेल की कमी एक बार फिर देखने को मिली है. दरअसल राज्य सरकार में शामिल कांग्रेस अपनी ही सरकार के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंच गई है. इसकी वजह है कि मुंबई में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रैली को इजाजत न मिलना.
हाई कोर्ट पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
दरअसल, 28 दिसंबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की रैली शिवाजी पार्क में होनी है. इसके विपरीत स्थानीय निकाय और मुंबई पुलिस ने इस रैली की इजाजत ही नहीं दी है. राहुल की रैली को इजाजत न मिलने का मुद्दा अब इतना बड़ा हो गया है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भाई जगताप बॉम्बे हाइकोर्ट पहुंच गए हैं. उन्होंने मांग की है कि उद्धव सरकार को ये आदेश दिया जाए कि राहुल गांधी को शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति दी जाए.
नहीं लिया गया कोई निर्णय
राहुल की प्रस्तावित रैली की अब तक अनुमति न मिलने पर भाई जगताप ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. इस याचिक में जगताप ने कहा, "अक्टूबर 2021 में राज्य सरकार को एक आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी गई थी. इस रैली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी को सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था. हालांकि, आज तक आवेदन पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है."
अजीबोगरीब है स्थिति
महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस भी सहयोगी है. इसके बावजूद अबतक राहुल गांधी को शिवाजी पार्क में रैली की इजाजत नहीं मिली है. ये इस बात का संकेत है कि राज्य में कांग्रेस और शिवसेना के बीच टकराव की स्थिति है और बात इतनी बिगड़ गई है कि अब मामला बॉम्बे हाइकोर्ट तक पहुंच गया है.
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