डीएनए हिंदी: Patna News- बिहार में जंगलराज जैसे हालात बन रहे हैं. भाजपा विधायक रश्मि वर्मा राजधानी पटना में बिहार विधानसभा भवन के बाहर से अपहरण कर लिया गया. मंगलवार को हुए अपहरण के मामले में गुरुवार को FIR दर्ज कराई गई है, जिसमें विधायक ने अपहरणकर्ताओं पर उन्हें मोतिहारी ले जाने के बाद परिजनो को फोन कर 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है. हालांकि उनका यह भी कहना है कि उनके परिजनों ने घटनास्थल पर पहुंचकर उन्हें अपहरणकर्ताओं से बिना रंगदारी दिए ही छुड़ा लिया. विधायक रश्मि वर्मा ने इस अपहरण का आरोप मोतिहारी निवासी संजय सारंगपुरी पर लगाया है, जिसके साथ विधायक के कुछ आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. विधायक ने इन फोटो को भी एडिटिड बताते हुए उन्हें बदनाम करने की साजिश बताया था. उधर, संजय सारंगपुरी ने भी विधायक और उनके परिजनों पर घर में घुसकर लूटपाट व मारपीट का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है.
पहले जान लीजिए कौन हैं रश्मि वर्मा?
रश्मि वर्मा बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले की नरकटियागंज सीट से भाजपा की विधायक हैं. रश्मि वर्मा पश्चिमी चंपारण जिले के चर्चित शिकारपुर घराने की हैं. उनके पति आलोक वर्मा का निधन हो चुका है. रश्मि वर्मा दिल्ली यूनिवर्सिटी की एल्यूमिनी हैं. उन्होंने मिरांडा हाउस कॉलेज से 1988 में स्नातक की डिग्री ली थी. दो बार विधायक बन चुकीं रश्मि वर्मा ने जदयू के साथ राजनीति की शुरुआत की थी, लेकिन साल 2014 में वे अचानक जदयू छोड़कर भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़कर विधायक बन गई थीं. साल 2015 में उन्हें नरकटियागंज सीट से टिकट नहीं मिला था, जिससे नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इससे भाजपा उम्मीदवार रेनू देवी की हार हुई थी और कांग्रेस प्रत्याशी विनय वर्मा जीत गए थे. रश्मि वर्मा को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन साल 2020 में उनकी फिर से भगवा दल में वापसी हुई थी. इसके बाद विधानसभा चुनाव में रश्मि ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी.
क्या है अब शुरू हुआ विवाद
पुलिस को दी शिकायत में विधायक रश्मि वर्मा ने मोतिहारी जिला स्कूल के पास रहने वाले संजय सारंगपुरी को अपना पूर्व परिचित बताया है. उन्होंने कहा, मंगलवार को विधानसभा से बाहर निकलने पर अपनी गाड़ी में बैठे संजय ने आवाज दी. मेरे कार में अंदर बैठते ही संजय ने बंदूक सिर पर लगा दी और उसका ड्राइवर गाड़ी को मोतिहारी ले गया. वहां संजय ने मेरे परिजनों को फोन कर 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. मेरे परिजन पहुंचे तो संजय और उनके परिचितों ने उन पर फायरिंग कर दी. इसके बाद किसी तरह मैं रिहा हुई.
संजय सारंगपुरी ने लगाए हैं ये आरोप
विधायक की ओर से दिए आवेदन के बाद अगरवा निवासी संजय सारंगपुरी ने भी नगर थाने में आवेदन देकर विधायक रश्मि वर्मा, उनके बेटे अंशु कुमार, नौकर छोटू और चालक जितेन्द्र पर घर में घुसकर तीन लाख के गहनों की लूटपाट, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी दी है. नगर थाना के पुलिस निरीक्षक विश्व मोहन चौघरी ने बताया है कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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पटना विधानसभा के बाहर महिला विधायक का अपहरण? दो दिन बाद खुद थाने आकर दर्ज कराई रिपोर्ट