डीएनए हिंदी: मुंबई के मलाड में एक मुस्लिम बहुल इलाके में पार्क का नाम बदलने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. पार्क मुस्लिम बहुल इलाके में है और इसका नाम बदलकर टीपू सुल्तान रखने की मांग की जा रही है. बीजेपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया है. इस पर सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और मंत्री आदित्य ठाकरे का कहना है कि उन्हें ऐसे किसी विवाद की जानकारी नहीं है.
सरकार का तर्क क्या है?
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे मुंबई उपनगरीय जिले के प्रभारी मंत्री हैं. उनके प्रभार वाले मालवणी इलाके का ही यह मुद्दा है. उन्होंने इस मुद्दे पर कोई बयान देने से इनकार कर दिया है. आदित्य ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. किसी बाग का नामकरण बीएमसी का विशेषाधिकार है. मेरी जानकारी के अनुसार मालवणी उद्यान का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है.’
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शिवसेना ने बीजेपी पर साधा निशाना
शिवसेना सांसद संजय राउत ने टीपू सुल्तान के बहाने बीजेपी पर ही निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कर्नाटक जाकर टीपू सुल्तान की तारीफ की थी और उन्हें स्वतंत्रता सेनानी बताया था. बीजेपी अगर टीपू सुल्तान के खिलाफ है तो बताए क्या बीजेपी राष्ट्रपति से भी इस्तीफा मांगेगी? बीजेपी को स्पष्ट करना चाहिए.
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कौन थे टीपू सुल्तान
टीपू सुल्तान भारतीय इतिहास के चर्चित योद्धा हैदर अली के पुत्र थे. उन्होंने जब मैसूर की कमान संभाली तो उनकी वीरता देखकर उन्हें 'शेर-ए-मैसूर' का खिताब भी दिया गया था. उन्होंने अपने पिता की ही तरह दक्षिण में विस्तार का अभियान चलाया था. इस वजह से अंग्रेजों के साथ-साथ निजाम और मराठे भी उनके शत्रु बन गए थे. टीपू ने सिर्फ 18 साल की उम्र में अंग्रेजों के खिलाफ पहला युद्ध जीता था. इसके बाद अंग्रेज उनसे संधि करने को मजबूर हुए थे. दोनों पक्षों में मार्च 1784 में वार्ता हुई और इसी के बाद मंगलौर की संधि हुई थी.
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