डीएनए हिंदी: अयोध्या जमीन खरीदने मामले की जांच पूरी हो गई है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, एक सदस्य जांच टीम अपनी अंतिम रिपोर्ट अगले सप्ताह सीएम Yogi Adityanath को सौंप सकती है. बता दें कि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वहां सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के जमीन खरीदने के मामले की जांच का आदेश सीएम ने दिया था.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खरीदी गई जमीनें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश मीडिया में खबर आने के बाद दिया था. 9 नवंबर 2019 को Supreme Court में लंबे समय से चल रहे विवाद पर फैसला आया था. इस फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया. इसके बाद वहां कुछ ही महीनों में सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के परिवार ने बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदीं.
पढ़ें: पहले चंदा घोटाला और अब हड़पी जमीन, राम के नाम पर Ayodhya में मची लूटः Priyanka Gandhi
चीफ मिनिस्टर ने खुद दिया जांच के आदेश
मीडिया में खबर आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच का जिम्मा राजस्व विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी राधे श्याम मिश्रा को जांच का जिम्मा सौंपा था. सूत्रों का कहना है कि मिश्रा ने अयोध्या का दौरा किया और जमीन खरीद से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच पूरी कर ली है. उन्होंने कुछ प्रॉपर्टी को जाकर देखा भी है.
पढ़ें: Sonia Gandhi के गढ़ में गरजे Yogi, बोले- कांग्रेस देश की समस्या, इसे उखाड़े फेकेंगे
मेयर, विधायक, डीएम के परिवार जमीन खरीदने वालों में
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उस समय अयोध्या में पोस्टेड सरकारी अधिकारियों के परिवार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जमीनें खरीदीं. अधिकारियों के परिवार और जनप्रतिनिधियों के परिवारों ने ऐसी कम से कम 15 जमीनें अयोध्या में स्थानीय लोगों से खरीदीं. जमीन खरीदने वाले अधिकारियों में उस समय अयोध्या के डीएम रहे अनुज झा, एमएलए वेद प्रकाश गुप्ता, मेयर ऋिषिकेष उपाध्याय शामिल हैं.
- Log in to post comments