डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद को माफियागीरी का दूसरा नाम माना जाता था लेकिन पिछले 50 दिनों में सब कुछ बदल गया है. शनिवार को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई. हत्या के आरोपियों ने सरेंडर कर दिया. पुलिस पर उठते सवालों के बीच 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए और अब अतीक अशरफ की हत्या की सघन जांच की जाएगी. इन सबके बीच 50 दिनों में प्रयागराज ने काफी कुछ देखा और अतीक की हत्या के साथ माफियागिरी के एक अध्याय का खात्मा हो गया. 

दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड केस में अतीक को साबरमती जेल से और अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया था. 13 अप्रैल को जिस वक्त अतीक अहमद कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचा था, उस दौरान ही उसके बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर कर मार गिराया था, इस दौरान असद के साथ गुलाम मोहम्मद को भी मार दिया गया था. अतीक के लिए यह झटका था. 

'कर्नाटक में 40 फीसदी कमीशन की सरकार, BJP करती है झूठे वादे,' RSS पर भी भड़के राहुल गांधी

लाइव टीवी पर अतीक अशरफ की हत्या 

अतीक अशरफ यूपी पुलिस हिरासत में थे और 15 अप्रैल को बेटे के जनाजे पर न जा पाने के कारण अतीक टूट गया था. कोर्ट के आदेश के तहत अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए कॉल्विन अस्पताल लाया गया था. इस दौरान ही दोनों के पहुंचने पर अतीक अशरफ पर तीन बदमाशों ने पिस्टल से दनादन 18 राउंट फायर कर दोनों की हत्या कर दी. अतीक अशरफ दोनों मीडिया से बात कर रहे थे और तीनों ही आरोपी मीडियाकर्मी बनकर आए थे.

शाइस्ता ने नहीं देखा पति और बेटा का चेहरा 

अतीक और अशरफ अहमद की हत्या के बाद दोनों का अंतिम संस्कार कसारी मसारी कब्रिस्तान में किया गया. प्रशासन इस दौरान ज्यादा सतर्क था. खास बात यह है कि अतीक की फरार 50,000 की इनामी पत्नी शाइस्ता परवीन इस अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई थी, इससे एक दिन पहले ही बेटे असद का चेहरा आखिरी बार देखने नहीं पहुंची थी. हालांकि पुलिस को उसके आने की उम्मीद थी.

मनीष सिसोदिया को फिर नहीं मिली राहत, 1 मई तक जेल में ही गुजरेंगे दिन

उम्रकैद की हाल ही में हुई थी सजा

अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. अतीक को वापस साबरमती जेल भेज दिया गया था लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक को मुख्य आरोपी बनाया था. ऐसे में यूपी पुलिस अतीक को एक बार फिर साबरमती से अतीक को गिरफ्तार करके प्रयागराज कोर्ट में पेशी के लिए लाई थी और इस बार अतीक का वापस आना उसके और उसके भाई दोनों के लिए ही काल बन गया. 

प्रयागराज से हुआ माफियागिरी का खात्मा

बता दें कि 24 फरवरी को यूपी के प्रयागराज में कोर्ट से घर लौटे वकील उमेश पाल की अतीक के असद अहमद समेत गुर्गों ने हत्या कर दी थी. इस दौरान उमेश पाल के दो सरकारी गनर्स की भी मौत हो गई थी. इस मामले में अतीक के बेटे के साथ 6 शूटर थे. ऐसे में यूपी पुलिस ने इस हत्याकांड में अब तक चार आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया है लेकिन तीन शूटर अभी भी फरार है. 

सचिन पायलट ने नहीं मानी है हार, गहलोत को साफ संदेश- संकल्प पर रहेंगे अडिग  

उमेश पाल हत्याकांड मामले ने अतीक अहमद के माफियाराज को अलग ही लाइमलाइट दे दी और इसके बाद यूपी का प्रशासन सख्त हो गया. ऐसे में यूपी पुलिस की तमाम कार्रवाइयों के बीच ही अतीक और अशरफ को अचानक पुलिस कस्टडी में ही तीन बदमाशों ने मार गिराया और इसके साथ ही अतीक के पूरे माफियागिरी के साम्राज्य का अंत हो गया.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
atiq ahmed ashraf umesh pal murder death prayagraj mafia empire end uppolice asad encounter
Short Title
Atiq Ahmed Murder: उमेश पाल की हत्या से लेकर अतीक अशरफ के जनाजे तक, 50 दिन में ख
Article Type
Language
Hindi
Section Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
atiq ahmed ashraf umesh pal murder death prayagraj mafia empire end uppolice asad encounter
Caption

Mafia Atiq Ahmed

Date updated
Date published
Home Title

उमेश पाल की हत्या से अतीक अशरफ के जनाजे तक, 50 दिन में नेस्तनाबूद हो गया प्रयागराज का माफिया