डीएनए हिंदी: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में गुंटूर का जिन्ना टावर (Jinnah Tower) इन दिनों काफी चर्चा में है. दरअसल लंबे समय से जिन्ना टावर को लेकर विवाद चल रहा है. राज्य के बीजेपी नेता इस टावर का नाम बदलने और उस पर तिरंगा फहराने के लिए जोर लगा रहे हैं. उनका कहना है कि भारत में पाकिस्तान के मोहम्मद अली जिन्ना के नाम पर टावरक्यों है, इसका नाम बदलना चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि इस टावर का नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर होना चाहिए. इतना ही नहीं, गणतंत्र दिवस के मौके पर हिंदू वाहिनी के कुछ कार्यकर्ताओं ने जिन्ना टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश भी की जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे, मजबूरन पुलिस को उन्हें हिरासत में लेना पड़ा.
इस बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए गुंटूर ईस्ट के विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने जिन्ना टावर को तिरंगे के रंग में रंगवा दिया है. साथ ही यहां ध्वजारोहण करने का फैसला किया है.
ये भी पढ़ें- मल्लिकार्जुन खड़गे पर ही भड़के Anand Sharma, फिर सामने आया कांग्रेस में G-23 का झगड़ा
मामले को लेकर विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, बीजेपी को गरीबों के बारे में सोचना चाहिए, लोगों की कैसे मदद की जाए इस पर जोर देना चाहिए, बिना वजह सांप्रदायिक दंगे भड़काने से कोई फायदा नहीं होने वाला है. विधायक का कहना है कि लोगों की मांग पर टावर को तिरंगे के रंग में रंगने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही टावर के करीब तिरंगा फहराने की भी व्यवस्था होगी.
बता दें कि गुंटूर के जिन्ना टावर को लेकर कई तरह के दांवे किए जाते हैं. कहा जाता है कि हिंदुस्तान की आजादी से पहले साल 1939 में जिन्ना कुछ दिनों के लिए गुंटूर आए थे. यहां उन्होंने बड़ी जनसभा को संबोधित किया था जिसकी याद में यह टावर बनाया गया था. अब इस टावर के विरोध में खड़े लोगों की मांग है कि महात्मा गांधी रोड पर मौजूद इस जिन्ना टावर का नाम बदला जाए. कुछ समय पहले भाजपा के राष्ट्रीय सचिव वाई सत्य कुमार, तेलंगाना से भाजपा विधायक राजा सिंह और आंध्र प्रदेश भाजपा राज्य इकाई के प्रमुख सोमू वीराराजू ने टावर का नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने की मांग की थी.
- Log in to post comments
Andhra Pradesh: तिरंगे के रंग में रंगा गया 'जिन्ना टावर', क्या बदला जाएगा नाम?