डीएनए हिंदी: कर्नाटक में हिजाब को लेकर जारी विवाद के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने महत्वपूर्ण टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड स्कूल के स्टूडेंट्स के लिए होता है. इसे सबको मानना चाहिए. इसका धर्म से संबंध नहीं है. बता दें कि छात्राओं ने हिजाब पहनने से रोके जाने के विरोध में हाई कोर्ट में अपील की है जिस पर सुनवाई चल रही है.
गृहमंत्री ने कहा, 'मेरी राय है कि ड्रेस कोड सबके लिए होना चाहिए'
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिजाब विवाद के बीच सभी धर्मों के स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों में जारी ड्रेस कोर्ड मानने की बात कही है. एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि सभी धर्मों के बच्चों को स्कूलों के ड्रेस कोर्ट का पालन करना चाहिए. शाह ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के मामले को शिक्षण संस्थानों से अलग रखा जाना चाहिए.
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हिजाब मुद्दे पर सोशल मीडिया पर घमासान
हिजाब पहनने को लेकर सोशल मीडिया पर घमासान जारी है. भारत में हिजाब विवाद पर पाकिस्तान भी कूद चुका है. पाकिस्तान के बड़े नेताओं से लेकर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजाई ने भी हिजाब का समर्थन किया है. सोशल मीडिया पर एक धड़ा ऐसा है जो हिजाब का समर्थन कर रहा है जबकि कुछ ऐसे लोग हैं जो इसका विरोध कर रहे हैं.
अंतरिम आदेश तक हिजाब पर रोक
इससे पहले शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब विवाद को देखते हुए कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अवस्थी, जस्टिस जे एम खाजी और जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित की पीठ ने पहले एक अंतरिम आदेश पारित किया था. इसमें विद्यार्थियों को अंतिम आदेश पारित होने तक हिजाब पहनने से रोका गया है.
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