राहुल गांधी के बाद अखिलेश यादव ने भी संसद में तेवर के साथ अपनी शिकायतों का पिटारा खोला. अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के साथ ही रोजगार न मिलने का मुद्दा उठाया
सपा सांसद ने कहा की अगर कुछ पद निकलते भी हैं तो उन पर लेटरल एंट्री के नाम से कुछ खास संघी साथियों को ही तरजीह दी जाती है. वहीं मोदी सरकार पर आरक्षण में भी घपला करने का आरोप लगाया.
प्वाइंट्स में जानिए क्या-क्या शिकायत अपने भाषण में कर गए सपा अध्यक्ष
यूपी के साथ किया भेदभाव- नहीं दिया एक भी एक्सप्रेसवे
अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना की बात की और साथ ही अग्निवीर योजना को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाएं. बीजेपी ने यूपी से भेदभाव किया गया. उन्होंने एक्सप्रेसवे को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि जो भी एक्सप्रेसवे बने हैं, यूपी के बजट से बने हैं. केंद्र ने एक भी एक्सप्रेसवे नहीं दिया है.
अग्निवीर योजना के सहारे देश सुरक्षा नहीं होगी
अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना के साथ ही ही अग्निवीर योजना पर भी अपनी भड़ास निकाली और कहा कि वह खुद सैनिक स्कूल से पढ़े हैं और अग्निवीर योजना से देश की सुरक्षा नहीं होगी. इंडिया ब्लॉक जब भी सत्ता में आएगा, अग्निवीर योजना को समाप्त करेंगे.
बुनकरों के लिए क्यों बंद कर दी ओल्ड पेंशन स्कीम
अखिलेश यादव ने ओल्ड पेंशन स्कीम पर भी कहा कि बुनकरों के लिए पुरानी सरकारों की योजनाएं बंद कर दी गई है. सरकार ने नौजवानों को नौकरी नहीं दी है बल्कि नौकरियां उनसे छीनीं हैं. बीजेपी ने छोटे कारोबारी को इतना छोटा बना दिया है कि वह न तो रोजगार दे सकते हैं न अपना रोजगार चला सकते हैं. कुछ नौकरियां आती भी हैं तो इंटीग्रिटी के नाम पर संगी-साथियों को रख लिया जाता है.
गोद लिए गांव का नाम पूछ कर शर्मिंदा नहीं करूंगा
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के गोद लिए गए गांव का भी जिक्र किया और कहा कि उस गांव की तस्वीर भी नहीं बदली. 10 साल में वही कच्ची टूटी सड़कें वैसी की वैसी ही हैं. इन्हें तो पता नहीं नाम भी याद होगा या नहीं. नाम पूछकर शर्मिंदा नहीं करूंगा. जिसे गोद लिया जाता है, उसे अनाथ छोड़ देना अच्छी बात नहीं.
80 की 80 सीटें जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं
अखिलेश यादव ने लोकसभा में सरकार पर शायराना हमला करते हुए कहा- हजूर-ए-आला आज तक खामोश बैठे हैं इसी गम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने. उन्होंने कहा कि जब आदर्श आचार संहिता लागू हुआ, हमने देखा कि चुनाव आयोग कुछ लोगों पर मेहरबान रहा. वह संस्था निष्पक्ष होगी तो भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि ईवीएम पर मुझे आज भी भरोसा नहीं है. 80 की 80 सीटें जीत जाऊं तब भी नहीं होगा. हमने चुनाव में भी कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाएंगे.
होइहीं सोई जो राम रची राखा
अखिलेश यादव ने गन्ना किसानों के भुगतान से लेकर पेपर लीक तक का मामला भी उठाया और काह कि, बचपन से यही सुनते आए हैं- होइहीं सोई जो राम रची राखा. अयोध्या में बीजेपी की हार पर कहा कि ये है उसका फैसला जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज, जो करते थे उसको लाने का दावा, वो खुद किसी के सहारे के हैं लाचार. उन्होंने 'हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम...' कविता भी सुनाई.
क्योटो की फोटो लेकर घाट तक खोज रहे बनारसी
अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साधा की बनारसी क्योटो की फोटो लेकर गंगा किनारे के घाट खोज रहे हैं. तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि शायद गंगाजी जिस दिन साफ हो जाएंगी, उस दिन गंगाजी की गोद से क्योटो निकल आए. उन्होंने स्मार्ट सिटी को लेकर सरकार पर तंज करते हुए कहा कि बारिश की शुरुआत में ही नाव सड़कों पर आई है.
सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन
अखिलेश यादव ने कहा कि 15 अगस्त का दिन देश की आजादी का दिन है तो 4 जून सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन था. इस चुनाव ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है. हम मानते हैं कि संविधान ही संजीवनी है और संविधान रक्षकों की जीत हुई. ये देश किसी की व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं, जन-आकांक्षा से चलेगा. मतलब अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी.
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश को प्रधानमंत्री जी 3 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने का वादा किए थे जिसके लिए तो 35 परसेंट ग्रोथ रेट चाहिए और उन्हें नहीं लगता कि यूपी इसे हासिल कर पाएगा.
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