यूपी की राजधानी लखनऊ के अमीनाबाद में मंदिर के अंदर किए गए अवैध निर्माण को नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया. मंदिर परिसर के अंदर पार्क की जमीन पर बिल्डिंग बनाकर पार्क की जमीन पर कब्जा कर लिया गया था. शिकायतों के बाद नगर निगम ने कार्रवाई की.
Slide Photos
Image
Caption
अमीनाबाद में स्थित यह मंदिर अंग्रेजों और नवाबों ने मिलकर करवाया था. इस प्रसिद्ध हनुमान मंदिर को साल 1910 में बनवाया गया था. यह मंदिर नगर निगम क्षेत्र में आता है. मंदिर परिसर में अवैध निर्माण को लेकर शिकायत की गई थी.
Image
Caption
मंदिर के ट्रस्टी अशोक पाठक ने मंदिर के परिसर में खाली पड़ी पार्की की जमीन पर बिना अनुमति के कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने शुरू कर दिया. लोगों ने इसकी शिकायत की तो नगर निगम की भी इस पर निगाह पड़ी और इसको लेकर नगर निगम ने कई बार नोटिस भी दिया.
Image
Caption
नगर निगम की ओर से कई बार नोटिस मिलने के बावजूद अशोक पाठक ने निर्माण नहीं रुकवाया. फरवरी महीने में एफआईआर भी की गई लेकिन कोई असर नहीं हुआ. आखिरकार, नगर निगम ने कार्रवाई की और बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया.
Image
Caption
मंदिर परिसर होने की वजह से ट्रस्टी अशोक पाठक की ओर से इसका दुरुपयोग किया जा रहा था. अशोक पाठक ने निजी लाभ की नीयत से यहां दुकानों बनाने शूरू कर दी थी. आखिरकार, नगर निगम ने कार्रवाई की.
Image
Caption
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस के अधिकारी और भारी मात्रा में फोर्स के जवान मौजूद थे. पुलिस और अधिकारियों की मौजूदगी में अवैध निर्माण को जेसीबी मशीनों की मदद से गिरा दिया गया.