महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोविड (Covid-19) के XE वेरिएंट के केस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) और बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के दावे अलग-अलग हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीएमसी के दावों का खंडन किया है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मरीज के नमूने की जीनोम सिक्वेंसिंग से XE वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. केंद्रीय अनुसंधान निकाय INSACOG के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि मामले की फिर से जांच करनी होगी. यह संस्था स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है.
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महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'NIV और कस्तूरबा हॉस्पिटल से अभी तक XE वेरिएंट को लेकर कोई कंफर्मेशन नहीं आया है. इसीलिए घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. यह XE वेरिएंट, ओमिक्रोन से 10 फीसदी ज़्यादा घातक है. केंद्र से भी कोई रिपोर्ट अभी तक हमें नहीं मिली है.'
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ग्रेटर मुंबई नगर निगम ने बुधवार को दावा किया था कि जिन 230 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के तहत जांच के लिए भेजा गया था उनमें से एक सैंपल में नए सब वेरिएंट XE की पुष्टि हुई है. दरअसल 50 वर्षीय एक महिला में कोविड के कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे. उसे कोरोना के नए सब वेरिएंट XE से कथित तौर पर संक्रमित पाया गया था. महिला को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं.
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बीएमसी ने कहा है कि नए वेरिएंट की पुष्टि के लिए सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स (NIBMG) को भेजा जाएगा.
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक पहले ब्रिटेन में 'XE' वेरिएंट का एक केस सामने आया था. WHO का कहना है कि XE सब वेरिएंट ओमिक्रोन के BA.2 की तुलना में 10 फीसदी अधिक संक्रामक है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमिक्रोन वेरिएंट के तौर पर XE म्यूटेशन को ट्रैक किया जा रहा है.
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ओमिक्रोन के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, खांसी, सर्दी, त्वचा में जलन प्रमुख हैं. ब्रिटेन का हेल्थ डिपार्टमेंट XD, XE और XF वेरिएंट के बारे में अध्ययन कर रहा है. XD ओमिक्रोन के BA.1 का म्युटेशन है. अगर नया वेरिएंट XE की पुष्टि होती है तो यह ओमिक्रोन के सब वेरिएंट BA.2 से करीब 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक और घातक हो सकता है. भारत में इस वेरिएंट को लेकर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है.