भारत आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस समारोह मना रहा है. पूरे देश में जोश और उत्साह के यह राष्ट्रीय पर्व मनाया जा रहा है. देश का कर्तव्य पथ, जल सेना, थल सेना और वायुसेना के पराक्रमी जवानों से सजा-धजा है. कर्तव्य पथ पर मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी मुख्य अतिथि राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी के साथ आई है. मिस्र की सेना ने भी परेड में हिस्सा लिया.
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गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी के लिए कर्तव्य पथ ऐसा सजा है, जिसे दुनियाभर के लोग वर्चुअल माध्यम से देख रहे हैं. गणतंत्र दिवस परेड में 65,000 लोग शामिल हुए हैं. दिल्ली पूरी छावनी में बदल गई है. चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं. कर्तव्य पथ पर भारत का शौर्य दिख रहा है.
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गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत सुबह 10 बजतक 30 मिनट से हुई. कर्तव्यपथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. राष्ट्रगान की धुन पर प्रधानमंत्री ने तिरंगे को सलामी दी. 105 मिमी भारतीय फील्ड गन के 21 राउंड फायर हुआ. भारत अब आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ रहा है. जन गण मन की गूंज दुनियाभर में सुनाई दे रही है.
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आकाश मिसाइल जमीन से हवा में मार करने वाली भारत की सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक है. कर्तव्य पथ पर आकाश मिसाइल की भी झलक देखने को मिली. इसके अलावा भारत की तीनों सेनाओं का पराक्रम कर्तव्य पथ पर नजर आया.
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भारत अब राज पथ पर नहीं, कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ रहा है. राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया है. पहली बार कर्तव्य पथ पर सेना आगे बढ़ रही है.
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कर्तव्य पथ पर अब पहली कतार में VIP नहीं, मजदूर बैठे हैं. पहली कतार में रिक्शा चालक, कर्तव्य पथ को बनाने वाले मजदूर और उनके रिश्तेदार बैठेंगे, जिन्हें श्रमजीवी का नाम दिया गया है.
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जिस अग्नीवीर पर जमकर हंगामा बरपा, वही अग्नीवीर कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते नजर आए. गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार अग्निवीर शामिल हुए.
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कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति द्रौपदी पद संभालने के बाद पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में परेड की सलामी ले रही हैं.
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पहली बार 21 तोपों की सलामी 105 एमएम की स्वदेशी गन से दी गई है. परेड में आखिरी बार नौसेना का IL-38 विमान नजर आया जिसे देखकर लोगों का उत्साह चरम पर पहुंच गया. फ्लाई पास्ट में राफेल फाइटर जेट, ALH, सुखोई जैसे 44 विमानों ने उड़ान भरी.
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गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी हैं. मिस्र का 120 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता भी परेड में शामिल हुआ. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं. ऐसे में इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने, आपसी गर्मजोशी, दोस्ती और सद्भावना के तौर पर राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है.