डीएनए हिंदी: आज गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव (Gujarat Himachal Pradesh Assembly Results) के नतीजे घोषित हो गए हैं. इसमें गुजरात में जहां बीजेपी (BJP) ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए प्रचंड जीत दर्ज की है, वहीं रोटी पलटने की परंपरा के अनुसार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस (Congress) ने अच्छी जीत हासिल कर ली है. इन दोनों की जीत की चर्चा भले ही हो रही हो लेकिन एक दांव आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भी चल दिया है. AAP इन चुनावों के नतीजे आने के साथ हार कर जीतने वाली बाजीगर बन गई है क्योंकि गुजरात में 14 प्रतिशत के करीब वोट हासिल करने के साथ ही आप का राष्ट्रीय पार्टी (Nationla Party) घोषित होने का बड़ा टारगेट पूरा हो गया है.
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गुजरात में आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी थी. पार्टी ने यहां इशुदान गढ़वी (Isudan Gadhvi) को सीएम कैंडिडेट तक घोषित कर दिया था. ऐसे में आज जब गुजरात में चुनाव नतीजे आए हैं तो भले ही आप ने सीटों के लिहाज से बेहतरीन प्रदर्शन न किया हो लेकिन पार्टी को अच्छा खासा वोट प्रतिशत मिला है. अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार पार्टी को गुजरात में करीब 13 प्रतिश वोट हासिल हुए हैं. इसके साथ ही कई ऐसी सीटें भी रही हैं जहां आप नंबर दो पर रही और कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता दिखा.
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गुजरात के नतीजों में AAP ने करीब 5 सीटों पर बढ़त बना ली है. इसके साथ ही यह तय हो गया है कि अब भारत में 8वीं राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी आम आदमी पार्टी होगी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने ट्वीट कर कहा, "गुजरात की जनता के वोट से आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रीय पार्टी बन रही है. शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति पहली बार राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बना रही है. इसके लिए पूरे देश को बधाई."
गुजरात की जनता के वोट से आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रीय पार्टी बन रही है.
शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति पहली बार राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बना रही है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की धाक चलती है और वह दो विधानसभा चुनावों से लगातार तीन चौथाई वोटों के साथ जीत हासिल कर चुकी है. कुछ इसी तरह पार्टी ने पंजाब में भी दो तिहाई सीटें जीतें कर कांग्रेस को राजनीतिक तौर पर हाशिए पर खड़ा कर दिया था. इन दोनों ही राज्यों में आप का सिक्का चलता है. इसके अलावा गोवा विधानसभा चुनाव 2022 (Goa Assembly Election 2022) में भी आप ने 2 विधायक हासिल कर लिए थे. ऐसे तीन राज्यों में धमाकेदार दस्तक देने के बाद आज गुजरात चुनावों के परिणामों ने आप के राष्ट्रीय पार्टी बनने का रास्ता साफ कर दिया है.
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जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय दल होने की तीन मुख्य शर्तें होती हैं. कोई भी राजनीतिक दल चार लोकसभा सीटों के अलावा लोकसभा में 6 फीसदी वोट हासिल करे. इसके अलावा या फिर विधानसभा चुनावों में 4 या इससे अधिक राज्यों में कुल 6 फीसदी या ज्यादा वोट शेयर जुटाए. इस मुद्दे पर चुनाव के राजनीतिक नियमों के जानकार केजे राव के मुताबिक निर्वाचन आयोग के सफाई अभियान के बाद अब देश में करीब 400 राजनीतिक पार्टियां हैं लेकिन इनमें से महज 8 को ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है.
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अब सवाल यह उठता है कि राष्ट्रीय पार्टी बनने के मुख्य फायदे क्या होते हैं. इसको लेकर बताया गया है कि सबसे पहला फायदा तो स्तर को लेकर क्योंकि राष्ट्रीय दलों को ज्यादा तवज्जो मिलती है. राजनीतिक दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल होने के बाद पार्टी को एक स्थाई चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाता है. इसके अलावा निर्वाचन सूची मुफ्त और अनिवार्य तौर पर प्राप्त करने की सुविधा दी जाती है. चुनाव के कुछ समय पहले उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर टेलीविजन और रेडियो प्रसारण के लिए समय दिए जाने की अनुमति दी जाती है ताकि वे अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकें और जनता के बीच अपने वादे लेकर जा सके. जब पार्टी के प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल करने जाते हैं तो उनके लिए उम्मीदवारों के प्रस्तावकों की संख्या बढ़ जाती है. साथ ही नेशनल मीडिया पर फ्री एयरटाइम मिल जाता है. इससे पार्टी की पहुंच बढ़ने में आसानी होती है.
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वर्तमान की बात करें तो चुनाव आयोग के मुताबिक भारत 8 राष्ट्रीय पार्टियां हैं. इनमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, नेशनल पीपल्स पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं. इस लिस्ट में अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी का नाम भी शामिल हो जाएगा.