राजनीतिक दिग्गज और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने सोमवार सुबह 8.16 बजे अंतिम सांस ली. मुलायम सिंह यादव के निधन पर लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं, कई लोग उन्हें भारत में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक ढांचे को आकार देने का श्रेय देते हैं. मुलायम सिंह यादव को नेताजी भी कहा जाता था. वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जिसे देश हमेशा याद रखेगा. नेताजी की याद में आइए कुछ तस्वीरों और अब तक के राजनीतिक करियर पर एक नजर डालते हैं.
Slide Photos
Image
Caption
22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में जन्मे मुलायम सिंह यादव राजनीति में एक कद्दावर कद रहा है. वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. उन्होंने एक बार रक्षा मंत्री के रूप में केंद्र सरकार में भी काम किया. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
वे 10 बार विधायक और 7 बार लोकसभा सांसद चुने गए. जितना लंबा उनका राजनीतिक करियर रहा इस दौरान विवाद ने भी उनका पीछा नहीं छोड़ा. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
उनका करियर तब शुरू हुआ जब वे 1967 में 28 साल की उम्र में विधायक चुने गए. उन्होंने 4 अक्टूबर 1992 को समाजवादी पार्टी की स्थापना की और जल्द ही इसे उत्तर प्रदेश में स्थित एक क्षेत्रीय पार्टी में बदल दिया. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
उनके बेटे अखिलेश यादव ने बाद में पार्टी की बागडोर संभाली और अब वह इसके अध्यक्ष हैं. अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर 5 साल का कार्यकाल पूरा किया. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
लालू और मुलायम दोनों 1970 के दशक में दिग्गज स्वतंत्रता सेनानी जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन के बाद उभरे और बाद में समाजवादी नेताओं के रूप में अपना करियर बनाया. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
मुलायम सिंह यादव का कद अक्सर एक राजनेता के रूप में था लेकिन वह हमेशा जमीन से जुड़े रहे और लोगों के करीब रहे. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
सियासी दाव पेंच को अपनाते हुए मुलायम सिंह यादव भाजपा की हिंदुत्व की राजनीति के आलोचक रहे मगर उन्होंने कई बार भगवा पार्टी का पक्ष लिया. उदाहरण के लिए, मुलायम सिंह यादव ने 2002 में एपीजे अब्दुल कलाम को भारत का राष्ट्रपति बनाने के प्रयास में उन्होंने भाजपा का समर्थन करके सभी को चौंका दिया था. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में इतने पारंगत थे कि उन्हें उनके चाहने वालों के साथ-साथ उनके विरोधी भी उन्हें 'नेताजी' कहा करते थे. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
उत्तर प्रदेश को अपने पांच दशक लंबे करियर के दौरान कई उतार-चढ़ावों से गुजरते हुए देखने वाले दिग्गज राजनेता मुलायम सिंह यादव लंबे समय तक राज्य की राजनीति के पर्याय बने रहे. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
उनके करीबी लोगों ने कहा कि मुलायम सिंह यादव तीन बार देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के बावजूद, भारत के प्रधानमंत्री नहीं बन सके. (तस्वीर: ANI)
Image
Caption
मुलायम सिंह यादव का 82 साल की आयु में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आज (10 अक्टूबर, 2022) उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. (तस्वीर: ANI)
Short Title
छोटे से गांव सैफई के मुलायम, कैसे बने देश की राजनीति के 'नेताजी'