डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के फर्जी मदरसों (Unrecognized Madrasa) पर योगी सरकार कार्रवाई करने जा रही है. प्रदेश के सभी मदरसों की सर्वे रिपोर्ट आज शासन को सौंपी जाएगी. जानकारी के मुताबिक 8500 मदरसे फर्जी पाए गए हैं. इन पर कार्रवाई तय है. मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद का कहना है कि सर्वे के पीछे कोई साज़िश नहीं है. मदरसा सर्वे को लेकर अधिकांश लोगों ने सहयोग किया है. योगी सरकार मदरसों का विश्वास जीतने में कामयाब रही है. सर्वे का उद्देश्य मदरसों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाना है.
8500 मदरसों की सौंपी जाएगी रिपोर्ट
सरकार ने 8500 मदरसों का सर्वे कराया है. इफ्तिखार अहमद जावेद के मुताबिक इस डाटा मिल चुका है. आज इसकी रिपोर्ट शासन को दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सर्वे का मक़सद नए मदरसों की जानकारी प्राप्त करना था. मदरसों में सुबह प्रार्थना में राष्ट्रगान अच्छे से हो रहा है. मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को और अधिक सुविधाएं देने के लिए सरकार ने सर्वे कराया है.
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योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों के सर्वे के बाद गैर मान्यता प्राप्त मदरसों पर कार्रवाई की जाएगी. अभी तक प्रदेश के 15 जिलों से मदरसों के सर्वे की रिपोर्ट नहीं आई है. 15 नवंबर तक सभी जिलों से रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उच्चस्तरीय बैठक होगी. इसमें गैर मान्यता प्राप्त मदरसे और नेपाल बॉर्डर पर चल रहे मदरसों को लेकर चर्चा की जाएगी.
मान्यता प्राप्त कुल 16,513 मदरसे
प्रदेश में उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त (Recognized Madarsa) कुल 16,513 मदरसे हैं. इनमें बड़ी संख्या में मदरसे बगैर मान्यता के भी चल रहे हैं. इन्हीं के बारे में जानकारी करने के लिए सरकार ने मदरसा सर्वे कराया है. इसमें करीब आठ हजार गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं. ऐसे में प्रदेश में कुल मदरसों की संख्या अब 24 हजार से अधिक हो गई है.
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फर्जी मदरसों पर योगी सरकार की कार्रवाई तय, आज शासन को सौंपी जाएगी सर्वे रिपोर्ट