डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल सरकार के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) को लेकर ईडी ने दावा किया है कि वो करीब 12 से ज्यादा शेल कंपनियां चला रहीं थीं. ED ने यह दावा प्राथमिक जांच के आधार पर किया है. वहीं पहली बार इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा है कि यदि कोई अपराधी है तो उसका बचाव नहीं किया जाएगा. 

ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में हस्तक्षेप न करने का आश्वासन देते हुए कहा, "अगर कोई गलत गतिविधियों में शामिल रहा है तो हममें से कोई भी जांच में हस्तक्षेप नहीं करेगा, चाहे वह कितना भी कठोर फैसला क्यों न झेले. हम उनका समर्थन नहीं करेंगे." ममता ने कहा, "एक निश्चित समय सीमा के भीतर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भले उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है."

इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा है कि उस महिला (अर्पिता मुखर्जी) का सरकार और पार्टी से कोई संबंध नहीं है. मैं एक दुर्गा पूजा पंडाल के उद्घाटन के लिए गई थी. बताया जा रहा है कि वहां एक महिला मौजूद थी. मैंने सुना है कि वह पार्थ चटर्जी की दोस्त है. क्या मैं भगवान हूं कि यह जानूं कि कौन किसका दोस्त है?

ED ने लगाए गंभीर आरोप

दरअसल, पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले के केस में बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद प्राथमिक जांच में ईडी ने दावा किया है कि अर्पिता मुखर्जी करीब 12 से ज्यादा शेल यानी फर्जी कंपनियां चलाती थीं और इसके जरिए ही वो वित्तीय लेन-देन भी करती थीं. उन्हें एक दिन की ईडी (ED) की रिमांड पर भेजा गया था. 

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AIIMS भुवनेश्वर के डॉक्टरों ने कही बड़ी बात

इसके अलावा पार्थ चटर्जी भी ईडी की रिमांड में हैं. खराब तबीयत के चलते कोर्ट के आदेश पर उन्हें ईडी के अधिकारी एयर एंबुलेंस के जरिए एम्स भुवनेश्वर लेकर गए. वहीं एक अहम बात यह कि पार्थ चटर्जी की तबीयत को लेकर एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि उनकी तबीयत थोड़ी खराब है लेकिन उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

जेल में दबंगई कर रहे पार्थ चटर्जी

वहीं दूसरी ओर यह भी खबरें सामने आई हैं कि पार्थ चटर्जी जेल में अधिकारियों की बातें नहीं मान रहे हैं और किसी दंबग की तरह जेल में व्यवहार कर रहे हैं. पार्थ चटर्जी ने आधी रात को ढाई बजे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को फोन किया था लेकिन ममता ने उनका यह फोन रिसीव नहीं किया. पार्थ ने एक नहीं बल्कि तीन बार फोन किया था लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ है.

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आपको बता दें कि पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से करीब 21 करोड़ रुपये का कैश प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी के दौरान जब्त किया था. इस पैसे को गिनने के लिए ईडी के अधिकारियों को मशीनों और बैंक के कर्मचारियों की मदद तक लेनी पड़ी थी जिसके बाद पार्थ चटर्जी को भी गिरफ्तार किया गया था.

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WB SSC Scam: Arpita Mukherjee financial transactions with 12 fake companies, ED's big allegation in
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Partha Chatterjee: शिक्षक भर्ती घोटाले पर ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी
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Partha Chatterjee: शिक्षक भर्ती घोटाले पर ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- यदि कोई अपराधी है तो हम नहीं बचाएंगे