Jammu and Kashmir Assembly Election : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान आज होगा. जम्मू-कश्मीर की 23 लाख से अधिक आज राज्य की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग करेगी. राज्य में कुल 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा जा रहा है. राज्य का दर्जा, आर्टिकल 370 का अब्रोगेशन (निरस्तीकरण) का प्रभाव, बढ़ता आतंकवाद और विकास संबंधी चिंताएं राज्य में राजनीतिक दलों के सामने महत्वपूर्ण मुद्दे भी हैं इनसे पार पाने की चुनौतियां बड़ी हैं.
चुनाव आयोग अधिकारियों के मुताबिक, पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के दोनों ओर स्थित सात जिलों में 2,327,580 मतदाता मतदान करने के योग्य हैं. बुधवार को मतदान होने वाली सीटों में से आठ जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों - डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में हैं, और 16 कश्मीर के चार जिलों - अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में हैं.
सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा मतदान
हिंदुस्तान टाइम्स को एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यहां शहरी क्षेत्रों में 302 और ग्रामीण क्षेत्रों में 2,974 मतदान केंद्र हैं. प्रत्येक मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी समेत चार चुनाव कर्मचारी तैनात रहेंगे. कुल मिलाकर, पहले चरण के चुनाव के लिए 14,000 से ज़्यादा मतदान कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे. मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 6 बजे तक चलेगा.
मतदान केंद्रों पर होगी वेबकास्टिंग
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी नज़र रखने के लिए कदम उठाए हैं. रामबन के उप चुनाव अधिकारी अब्दुल जब्बार ने मीडिया को बताया कि हमारे सभी अधिकारी मंगलवार सुबह 5 बजे अपने-अपने मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गए. हमारा सिस्टम चुनाव आयोग के एसओपी के अनुसार काम कर रहा है. हर मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की जा रही है, कैमरे लगाए गए हैं और हम अपने नियंत्रण कक्ष से हर मतदान केंद्र की निगरानी कर रहे हैं.
कौन-कौन लड़ रहा चुनाव
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण में 90 निर्दलीय समेत कुल 219 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बीच मुकाबला है. इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और राजनीतिक-धार्मिक संगठन जमात-ए-इस्लामी (उनके उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ेंगे) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अपनी पार्टी और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) जैसी कई स्थानीय पार्टियों के बीच आखिरी समय में गठबंधन होने से चुनावी गणित में बदलाव आने की संभावना है. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती, कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं.
आर्टिकल 370 अभी भी बड़ा मुद्दा
जम्मू-कश्मीर की पार्टियों के सामने आर्टिकल 370 अभी भी एक बड़ा मुद्दा है. कश्मीर घाटी के लोग अभी भी अनुच्छेद 370 हटने से आहत हैं. माना जा रहा है कि वे जिस तरह से आर्टिकल 370 हटाया गया, उससे घाटी के लोग अभी परेशान हैं. क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के घोषणापत्र में ये मुद्दा अभी भी छाया रहा है. एनसी और पीडीपी की तरह इंजीनियर रशीद का पूरा चुनाव अभियान भी अनुच्छेद 370 की बहानी के इर्द-गिर्द घूम रहा है. राजनीतिक दलों के सामने विकास के मुद्दे तो चुनौती हैं ही साथ ही राज्य का विशेष दर्ज और बढ़ता आतंकवाद भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है. इसके अलावा पानी, बिजली, बेरोजगारी आदि समस्याएं भी राजनीतिक दलों के सामने चुनौतियां हैं.
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तीन चरणों में है वोटिंग
आपको बता दें राज्य में 10 सालों बाद चुनाव होने जा रहा है. ये चुनाव तीन चरणों में होगा. पहला चरण आज बुधवार से शुरू हो रहा है. दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को है. इन सभी चरणों के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे.
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J&K में पहले फेज की 24 सीटों पर मतदान आज, राजनीतिक दलों के सामने क्या हैं बड़ी चुनौतियां