उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी की कहानी एक दिल दहलाने वाले मुकाम पर पहुंच चुकी है. उनकी जिंदगी अब पर फांसी की तलवार लटक रही है. 20 सितंबर को शहजादी को दुबई में फांसी दे दी जाएगी. पीड़ित परिवार पीएम मोदी से बेटी को बचाने की गुहार लगा रहा है. इस शहजादी की कहानी हमें कवि पाश की कविता 'सबसे खतरनाक होता है हमारे सपनों का मर जाना' की याद दिलाती है.
यूपी की इस शहजादी का मामला भी कुछ उसी सपने के मरने जैसा है जो उसने साल 2021 में देखा था. अपनी जीवन को एक नई राह मिलने की खुशी में नए सपनों को देखते हुए दुबई चली जाती हैं. लेकिन नियति को शायद कुछ और मंजूर दी थी देखते ही देखते शहजादी की जिंदगी सलाखों के पीछे चली जाती है.
20 सितंबर पर टिकी है निगाहें
शहजादी, जो अपने सपनों की खोज में बांदा से दुबई गई थी, अब जिंदगी और मौत के बीच जूझती नजर आ रही है. उन्होंने अपने भविष्य की आशा और उम्मीद के साथ इस विदेशी धरती पर कदम रखा था, लेकिन दुर्भाग्य ने उनका रास्ता बदल दिया. अबुधाबी की अल-वाथबा जेल में बंद शहजादी की जिंदगी की जंग 20 सितंबर के बाद किसी भी क्षण समाप्त हो सकती है. यह दिन उन्हें या तो एक नई जिंदगी दे सकता है या उनकी जिंदगी को हमेशा के लिए समाप्त कर सकता है.
धोखे का हुईं शिकार
शहजादी का जीवन एक भयावह धोखे का शिकार हुआ. फेसबुक पर आगरा के निवासी उजैर से प्यार करने के बाद, उसने 2021 में अबुधाबी जाने का निर्णय लिया. उजैर ने उसे वादा किया था कि वह उसकी झुलसी हुए चेहरे के साथ स्वीकार कर लेगा. उजैर ने शहजादी को प्लास्टिक सर्जरी का भी भरोसा दिलाया था. शहजादी ने 90 हजार रुपये और कुछ गहनों के साथ अबुधाबी पहुंच तो गई, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि उसके साथ एक बड़ा खेल खेला जा रहा है. जल्द ही उसे एहसास हुआ कि वह एक गंभीर धोखे का शिकार हो गई है. उजैर ने आगरा के रहने वाले एक परिवार के पास शहजादी को बेच दिया जो दुबई में रहते थे. यह दंपति उसे अपने साथ दुबई ले गए, लेकिन वहां उनके बच्चे की किसी कारणवश मौत हो गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक परिवार वालों ने अपने बच्चे की मौत का आरोप शहजादी पर लगा दिया. आपको बता दें कि तीन महीने पहले, दुबई की अदालत ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई और 20 सितंबर को उसे फांसी देने का आदेश जारी किया है.
परिवार की पीएम मोदी समेत राष्ट्रपति से अपील
शहजादी ने दो महीने पहले अपने परिवार को इस सजा के बारे में बताया था. ये खबर सुनने के बाद मानों उनके घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. अब उनके पिता ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मदद की अपील की है. वे चाहते हैं कि उनकी बेटी की जान बचाई जाए और उसे न्याय मिले. जैसे-जैसे 20 सितंबर की तारीख नजदीक आ रही है, शहजादी और उनके परिवार की उम्मीदें कम होती जा रही हैं.अब इस पूरे मामले पर दुबई ही नहीं बल्कि पूरे भारत की निगाहें टिकी हुई हैं.
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'बेटी को बचा लीजिए...' UP की शहजादी को 2 दिन बाद दुबई में फांसी, मां-बाप ने PM मोदी से लगाई गुहार