यूपी के मैनपुरी में 23 साल पहले हुए हत्याकांड में 16 लोगों को दोषी मानते हुए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुना दी है. ये घटना 4 फरवरी 2001 की है, जब यहां दो पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई. पहले बातों-बातों में शुरू हुए झगड़े में कब लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गएं कोई नहीं समझ पाया.
बता दें कि एक मामूली से विवाद को सुलझाने को लेकर पंचायत चल रही थी. इसी पंचायत में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. इस खूनी संघर्ष में गोलीबारी के दौरान दो लोगों की मौत हो गई. घटना में तीन लोग घायल हुए थे. मामला मैनपुरी के थाना कुर्रा इलाके के नगला मुलू गांव का हैं.
नगला मुलू गांव के निवासी फेरन सिंह और सोवरन सिंह के बीच घूरा डालने को लेकर विवाद था. इसी विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई थी. तभी पंचायत के दौरान विवाद हुआ तो दोनों ओर से गोलियां चलने लगी. इस फायरिंग में दोनों ही ओर से 1-1 शख्स की मौत हो गई.
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शुक्रवार को मैनपुरी कोर्ट ने दोनों ही पक्षों को दोषी माना. इस मामले में पकड़े गए 16 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इसके अलावा कोर्ट ने दोषियों पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
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23 साल पुराने मामले में 16 लोगों को उम्रकैद, मैनपुरी हत्याकांड में कोर्ट ने सुनाया फैसला, जानें क्यों बरसी थी गोलियां