हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद अब कांग्रेस सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) पर रोज नए आरोप लगा रही है. दूसरी तरफ सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर आरोप यह भी है कि उन्होंने क्वांट ग्रुप के फाउंडर और CIO संदीप टंडन को संरक्षण दिया. क्वांट म्युचल पर लग रहे आरोपों में इनसाइडर ट्रेडिंग, अनाप-शनाप स्टॉक सलेक्शन, या रिटेल निवेशकों के पैसों को किसी बड़े कॉर्पोरेट घराने के शेयरों में लगाने जैसे गंभीर आरोप हैं. Zee Media की स्पेशल इंवेस्टिगेशि में ये बातें सामने आईं.

इस स्पेशल इंवेस्टिगेश में क्वांच म्यूचुअल फंड, सेबी और एक फिक्सर के संदिग्ध त्रिकोणीय रिशों के बारे में बात की गई है. क्वांट ग्रुप के फाउंडर और CIO संदीप टंडन तीन दशकों से निवेश की दुनिया में हैं. क्वांट म्यूचुअल फंड के सीईओ पर इनसाइडर ट्रेडिंग, अनाप-शनाप स्टॉक सलेक्शन, या रिटेल निवेशकों को किसी बड़ी कॉर्पोरेट घराने के शेयरों में लगाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. साथ ही कहा जा रहा है कि वे वे उन शेयरों पर दांव लगाते हैं जिन पर बड़े-बड़े निवेशक हात तक नहीं लगाते. 

मामला क्या है?
हाल ही में SEBI ने Quant Mutual Fund पर लगे आरोपों की जांच की. जांच में इनसाइडर ट्रेडिंग और फ्रंट-रनिंग जैसे गंभीर आरोप लगे. सेबी ने क्वांट म्यूचुअल फंड के ऑफिस, इसके CEO और CIO संदीप टंडन और हैदराबाद की एक महिला पर छापे के लिए वॉरंट भी भेजा. शुरुआती जांच में कई शिकायतें और गड़बड़ियां मिलीं जिसमें निवेशकों के अकाउंट में KYC से जुड़ी और निवेश के फैसले लेने जैसे मामले शामिल थे.  फंड के CEO पर मिसकंडक्ट और हैदराबाद की महिला का फेवर करने का आरोप लगा. बताया जा रहा है कि महिला संदीप टंडन की दोस्त थी और उसके बड़े-बड़े लोगों के साथ अच्छे कनेक्शन थे.  महिला के घर अधिकारियों को कई दस्तावेज मिले. इनसाइड ट्रेडिंग के भी सबूत मिले. इसके साथ ही करीब 10-15 शेयर भी मिले जो क्वांट म्यूचुअल फंड के पास थे. ये ट्रेड CEO की तरफ से ऑर्डर किए जाने से पहले किए गए थे. यानी ऐसा लगता है कि ये फ्रॉड पूरी प्लानिंग के तहत किए गए.

'SEBI ने बैंकर्स को भेजा गुप्त संदेश'
इस जांच में पता चला कि SEBI ने हैदराबाद की इस महिला के बैंकर्स को गुप्त संदेश भेजा था, जिसमें जांच से संबंधित चीजें मांगी गई थी. यानी संकेत ये मिलता है कि SEBI और बैंक अधिकारियों के बीच मिलीभगत हो सकती है, जिससे महिला और फंड के CEO को आने वाले कदमों की जानकारी लीक की जा रही थी. अंदर की खबर ये भी है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच इस जांच में दखअंदाजी कर रही थीं.  कथित तौर पर सेबी चेयरपर्सन का ये हस्तक्षेप दिल्ली, एक बड़े उद्योगपति और उसके 'फिक्सर' के कहने पर हुआ है.


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कब से बढ़ी हैं सेबी चीफ की मुश्किलें?
सेबी चीफ बुच तबसे मुश्किलों का सामना कर रही हैं जब अगस्त में अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने उन पर और उनके पति पर आरोप लगाए. रिसर्च कंपनी का आरोप है कि उन्होंने उस विदेशी फंड में निवेश किया था, जिसका इस्तेमाल अदानी ग्रुप ने किया था. इस वजह से सेबी अडाणी के खिलाफ खातों की धोखाधड़ी और बाज़ार के हेर-फेर के आरोपों की जांच से हाथ पीछे खींच रहा है. अब इस मामले में कांग्रेस भी हमलावर हो गई है. 

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Special Investigation on SEBI Chief the matter is related to mutual funds know the whole case
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SEBI चीफ पर Special Investigation में बड़े खुलासे
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SEBI चीफ पर Special Investigation में बड़े खुलासे,  म्यूचुअल फंड से जुड़ा है मामला, जानें पूरा केस

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