डीएनए हिंदी: कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव (Congress President Election) से पहले कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति हर दिन दिलचस्प होती जा रही है. राजस्थान की सियासत में मचे बवाल के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर दावेदारी के लिए नामांकन पत्र खरीद लिया है. दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को राजधानी नई दिल्ली में बताया कि वह शुक्रवार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर देंगे. राजस्थान की सियासत में बवाल के बीच अचानक दिग्विजय सिंह की अध्यक्ष पद के चुनाव में एंट्री होना सोनिया गांधी का 'प्लान बी' माना जा रहा है. सूत्रों की मानें तो राजस्थान के नाटकीय घटनाक्रम के बाद कांग्रेस आलाकमान ने यह तय कर दिया है कि अब अशोक गहलोत का कद कम किया जाएगा. अशोक गहलोत को दिल्ली बुलाकर देरी से मुलाकात का समय देना भी इसी का एक संकेत है.
बैकफुट पर गहलोत
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सख्त तेवर के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री बैकफुट पर हैं. हालांकि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद के नामांकन से पहले इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है. बुधवार को उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं इंदिरा जी के समय से देखता आ रहा हूं. हमेशा पार्टी में अनुशासन है. इसलिए पार्टी के चाहे 44 सांसद आएं या 52 आएं, लेकिन पूरे देश में वह राष्ट्रीय पार्टी है और उसकी नेता सोनिया गांधी जी हैं. सोनिया गांधी जी के अनुशासन में पूरे देश में कांग्रेस है... ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं." गहलोत ने आगे कहा कि ये (सियासी संकट) घर की बातें हैं, आतंरिक राजनीति में चलता रहता है, ये हम सब सुलझा लेंगे.
पढ़ें- कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर पवन बंसल का बड़ा बयान, नामांकन पत्र खरीदने पर कही ये बात
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में क्यों मचाब बवाल
दरअसल पिछले रविवार की शाम जयपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी लेकिन अशोक गहलोत समर्थक विधायक इसमें शामिल नहीं हुए थे. पार्टी पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने इसे मंगलवार को ‘घोर अनुशासनहीनता’ करार दिया था और गहलोत के करीबी तीन नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी और इसके कुछ देर बाद ही पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से इन्हें ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी कर दिए गए.
पढ़ें- Sitaram Kesri: कांग्रेस का वह अध्यक्ष जिसकी कार्यकर्ताओं ने ही खोल दी थी धोती
कल नामांकन की आखिरी तारीख
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की गई और नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से आरम्भ हुई, जो 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे.
पढ़ें- अशोक गहलोत को भारी न पड़ जाए 'बगावत', पुराने साथियों ने भी उठाए सवाल
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments

Ashok Gehlot Digvijay Singh
Ashok Gehlot का कद कम करेंगी सोनिया गांधी? कांग्रेस आलाकमान ने शुरू किया 'प्लान बी' पर काम