भोजपुरी जगत की प्रसिद्ध और नामी लोक गायिका शारदा सिन्हा ने 72 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. शारदा सिन्हा छठ पर्व पर गाए जाने वाले गीतों के लिए काफी मशहूर हैं. आपको बता दें कि लंबे समय से शारदा सिन्हा बोन मैरो कैंसर से जूझ रही थीं. हाल ही में तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया था. लेकिन अब वो हमारी बीच नहीं रहीं. दिल्ली एम्स की तरफ से उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया गया है कि उन्होंने मंगलवार (5 नवंबर) की रात 9.20 बजे आखिरी सांस ली. एम्स प्रबंधन के मुताबिक, सेप्टिसीमिया (Septicemia) के चलते रिफैक्टरी शॉक के कारण उनका निधन हो गया है.
साल 2018 से चल रही थीं मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित
बिहार की कोकिला शारदा सिन्हा साल 2018 से ही Multiple Myeloma नाम की बीमारी से ग्रसित थीं. यह एक तरह का बोन मैरो कैंसर है. पिछले दिनों तबीयत खराब होने के कारण शारदा सिन्हा को एम्स में भर्ती कराया गया था. पीएम मेदी ने भी उनके बेटे से बात करके उनका हाल पूछा था. बता दें कि शारदा सिन्हा ने कई भाषा में लोकगीत गाए हैं. वह मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों में आवाज दे चुकी हैं, इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड मूवी मैंने प्यार किया और हम आपके हैं कौन जैसी फिल्मों में गाना गाया है.
ये भी पढ़ें-छठ पूजा की खुशियों पर छाया मातम, नवादा में करंट से दो युवकों की जान गई
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टुबर 1952 को बिहार के हुलास, सुपौल जिले में हुआ था. उनका ससुराल बेगूसराय जिले के सिहमा गांव में है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मैथिली लोक गीत गाकर की थी. बता दें कि उन्हें 1992 में पद्म श्री और 2018 में पद्म विभूषण और 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से
- Log in to post comments
नहीं रहीं मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा, लंबे समय से कैंसर से थीं पीड़ित