डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में अब डर्टी बम की एंट्री हो गई है. रूस का आरोप है कि यूक्रेन डर्टी बम का इस्तेमाल कर सकता है. दुनिया परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की खबरों पर डर गई है. भारत ने भी इन खबरों पर चिंता जताई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से कहा कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से निकाला जाना चाहिए और किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प पर विचार नहीं करना चाहिए.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि शोइगु ने फोन पर हुई बातचीत में सिंह को संघर्ष प्रभावित यूक्रेन के मौजूदा हालात से अवगत कराया जिसमें ‘डर्टी बम’ का इस्तेमाल करके उकसावे वाली कार्रवाई को लेकर चिंताएं शामिल हैं.
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राजनाथ सिंह ने पश्चिमी देशों को भी दिया संदेश
राजनाथ सिंह का यह संदेश रूस के साथ ही यूक्रेन का समर्थन कर रहे पश्चिमी देशों के लिए भी एक संदेश है कि परमाणु विकल्प का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. मामले के जानकार लोगों ने यह बात कही. यूक्रेन के पास कोई परमाणु आयुध नहीं है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने परोक्ष रूप से इस तरह की धमकी दी थी कि मॉस्को संघर्ष तेज होने की स्थिति में अपने क्षेत्र का बचाव करने के लिए परमाणु हथियारों के विकल्प का इस्तेमाल कर सकता है.
घातक हथियारों के परीक्षण पर उतरे व्लादिमीर पुतिन
रूस से मिलीं खबरों के अनुसार पुतिन ने बुधवार को रूस के रणनीतिक परमाणु बलों के अभ्यास का निरीक्षण किया जिसमें यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच शक्ति प्रदर्शन के लिए बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों का कई बार प्रायोगिक परीक्षण करना शामिल है.
क्या है भारत की रूस और यूक्रेन से अपील?
रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'राजनाथ सिंह ने संघर्ष के जल्द समाधान के लिए संवाद और कूटनीति के मार्ग को अपनाने की जरूरत पर भारत का रुख दोहराया. उन्होंने संकेत दिया कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प को नहीं अपनाना चाहिए क्योंकि परमाणु या रेडियोलॉजिकल हथियारों के इस्तेमाल की संभावना मानवता के मूलभूत सिद्धांत के खिलाफ है.'
रूस और यूक्रेन में बढ़ती शत्रुता के बीच रूस के रक्षा मंत्री की पहल पर बातचीत की गई. मंत्रालय ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और यूक्रेन के बिगड़ते हालात पर भी चर्चा की.
रूस ने जाहिर की थी भारत के साथ चिंता
रूस के रक्षामंत्री ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से यूक्रेन के डर्टी बम इस्तेमाल करने की आशंकाओं पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि यह एक उकसावे वाली कार्रवाई है. भारत ने स्पष्ट किया है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल दोनों पक्षों को नहीं करना चाहिए.
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बार-बार पीएम मोदी कर चुके हैं बातचीत की अपील
फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमलों की शुरुआत के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कई बार बात कर चुके हैं. मोदी ने जेलेंस्की के साथ चार अक्टूबर को फोन पर हुई बातचीत में कहा था कि कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता और भारत शांति के किसी भी प्रयास में योगदान देने को तैयार है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान के समरकंद में पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है. भारत लगातार कहता रहा है कि संकट का समाधान कूटनीति और संवाद से निकाला जाना चाहिए.
यूक्रेन को तबाह करने पर जुटा है रूस
रूस ने लगभग दो सप्ताह पहले क्रीमिया में एक बड़े विस्फोट के जवाब में यूक्रेन के अनेक शहरों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले शुरू कर दिए हैं जिसके बाद दोनों के बीच टकराव बढ़ गया है.
विस्फोट के लिए रूस ने यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों से वहां नये सिरे से बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहा है. (इनपुट: भाषा)
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Dirty bomb: यूक्रेन के 'डर्टी बम' पर परेशान हुए राजनाथ सिंह, रूस के रक्षामंत्री से क्या की अपील?