डीएनए हिंदी: देश के पूर्व गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद (Mufti Mohammad Sayeed) की बेटी रुबैया सईद ने अपने अपहरण के 32 साल बाद बड़ा खुलासा किया है. इस मामले में पेशी के दौरान रुबैया ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के पूर्व प्रमुख यासीन मलिक (Yasin Malik) की पहचान अपने अपहरणकर्ताओं में से एक के तौर पर की है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी और महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की बहन रुबैया के साल 1990 में अपहरण के बाद सरकार को कई खूंखार आतंकियों को रिहा करना पड़ा था, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर में हिंसा का नया दौर शुरू हो गया था.
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आपको बता दें कि इसमें कई आतंकी और अपहरणकर्ता फिलहाल फरार चल रहे हैं. 31 साल पुराने रुबैया सईद के अपहरण के इस मामले में देश में हड़कंप फैल गया था. इसके बदले में 5 आतंकियों को छोड़ना पड़ा था. उस वक्त सरकार को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी रुबैया के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद वीपी सिंह सरकार में गृहमंत्री थे.
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गौरतलब है कि उस दौरान रुबैया को छोड़ने के बदले आतंकवादियों ने भारत सरकार के सामने एक बड़ी शर्त रखी थी और कहा था कि उनके 5 आतंकियों को भारत सरकार को छोड़ना होगा. वहीं हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते इस मामले में सरकार को आतंकियों की बात माननी पड़ी थी और अपनी बेटी की वापसी के बाद मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कहा था कि वो एक पिता के तौर पर तो खुश हैं लेकिन एक नेता के तौर पर सदमे में हैं.
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