डीएनए हिंदी: हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले रामकेवल बाबा एक बार फिर से चर्चा में हैं. हाल ही में उनके अनशन के बाद अमृत योजना के तहत 147 करोड़ रुपये की लागत से सीवर लाइन डालने का प्रोजेक्ट पास हो गया है. वह 18 से 22 अगस्त तक धरने पर बैठे थे. साल 2002 से अभी तक वह कुल 20वीं बार धरने पर बैठ चुके हैं. 'अनशनकारी बाबा' के नाम से मशहूर रामकेवल बाबा अभी तक जितनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं, हर बार उनकी बात मानी गई है. यही वजह है कि फरीदाबाद और हरियाणा के कई इलाकों में उन्हें बेहद सम्मान के साथ देखा जाता है और प्रशासन भी कई बार उनसे राय लेता है.
59 साल के रामकेवल बाबा को फरीदाबाद का गांधी भी कहा जाता है. शहर की समस्याओं को लेकर जब भी सुनवाई नहीं होती है, तब वह धरने पर बैठ जाते हैं. सबसे पहले साल 2002 में आगरा-गुरुग्राम नहर पर बने 11 फुटा पल्ला पुल को चौड़ा करने की मांग को लेकर धरना दिया था. तब ओम प्रकाश चौटाला की सरकार थी. कुछ ही दिनों के बाद ओ पी चौटाला ने एक रैली में इस पुल के चौड़ीकरण का ऐलान कर दिया और बाद में वह काम पूरा भी हुआ और पुल की चौड़ाई 22 फीट कर दी गई.
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कई जगहों के लिए किया अनशन
रामकेवल बाबा सिर्फ फरीदाबाद ही नहीं बल्कि कई अन्य जगहों के लिए भी धरना दे चुके हैं. बीते कुछ सालों में उन्होंने हिमाचल के चंबा और उत्तर प्रदेश के अमेठी में भी जनता की समस्याओं को लेकर अनशन कर चुके हैं. साल 2014 में, 2015 में, 2017 में और कई अन्य सालों में भी रामकेवल बाबा धरना दे चुके हैं और हर बार उनकी बात मानी गई है.
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इस बार सेहतपुर-पल्ला क्षेत्र में सीवर और सड़क की समस्या को लेकर वह 18 से 22 अगस्त तक धरने पर बैठ गए थे. इसके बाद 147 करोड़ रुपये की लागत से अमृत योजना के तहत सीवर लाइन डालने का प्रोजेक्ट पास किया गया है. इसके अलावा, सड़क के लिए भी 2.30 करोड़ की राशि मंजूर की गई है. उनका कहना है कि सरकार की समस्याओं के लिए वह हर बार धरना देते रहेंगे.
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कौन हैं रामकेवल बाबा, 21 साल में 20 बार दिया धरना, हर बार मान ली गई मांग