डीएनए हिंदी: देशभर से लाखों छात्र देश के शीर्ष इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं. जिनमें से ज्यादातर बच्चे कोटा रहकर तैयारी करते हैं. ऐसे में तनाव की वजह से स्टूडेंट अपनी जिंदगी दांव पर लगा देते हैं. कोचिंग मंडी कोटा में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. जिससे कोटा में इस साल आत्महत्या करने वालों की संख्या 17 हो गई.
उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला मनजोत छाबड़ा मेडिकल की तैयारी के लिए कोटा गया था. जहां उसने एक कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था और तैयारी कर रहा था. वह कोटा के एक हॉस्टल में रहता था. जहां उसने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली. स्टूडेंट का शव हॉस्टल के कमरे में पाया गया.
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कोचिंग मंडी मैं लगातार हो रही है ऐसी घटना
कोटा में रहकर तैयारी करने वाले बच्चों पर किस तरह का दबाव है कि वह अपनी जान दे रहे हैं. यह एक बड़ा सवाल है. इस साल जनवरी से अब तक की बात करें तो
17 स्टूडेंट्स ने आत्महत्या कर ली. कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के जौनपुर से तैयारी करने गए एक लड़के ने फांसी लगा लिया था. उसने सुसाइड लेटर भी छोड़ा था, जिसमें स्टूडेंट ने बताया था कि उसने अपनी इच्छा से यह कदम उठाया है.
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कोटा में लाखों स्टूडेंट्स करते हैं तैयारी
राजस्थान के कोटा में लाखों छात्र - छात्राएं तैयारी करते हैं. यहां की कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कोचिंग की फीस लाखों रुपए है. ऐसे में फीस जमा करने वाले बच्चों पर एग्जाम पास करने का दबाव होता है.
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NEET की तैयारी करने कोटा गए छात्र ने की खुदकुशी, हॉस्टल में मिला शव