डीएनए हिंदी: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के बाद उन्हें बंगला भी वापस मिलना है. सरकार की ओर से राहुल गांधी को उनका पुराना बंगला यानी 12, तुगलक लेन वाला घर ही अलॉट हुआ है. हालांकि, अब राहुल गांधी ने इसे लेने से मना कर दिया है. राहुल गांधी ने इस बारे में लोकसभा की हाउसिंग सोसायटी को लिखित जवाब भी दे दिया है. बता दें कि राहुल गांधी की सांसदी समाप्त होने के बाद उन्हें अपना बंगला खाली करना पड़ा था. इसी बंगले में राहुल गांधी 2004 में पहली बार सांसद बनने के बाद से रह रहे थे. घर खाली करने के बाद से वह अपनी मां सोनिया गांधी के साथ उनके सरकारी आवास में रह रहे हैं.
राहुल गांधी ने हाउसिंग कमिटी को जवाब देकर कहा है कि वह अब अपना पुराना बंगला नहीं लेना चाहते हैं. हालांकि, उन्होंने सरकारी घर लेने से इनकार नहीं किया है. फिलहाल, दो-तीन घरों के विकल्प उनके पास हैं, जिसमें से किसी एक को जल्द ही फाइनल किया जाएगा. हाल ही में राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ 7 सफदरजंग लेन के बंगले को देखने भी गए थे. उम्मीद जताई जा रही है कि वह जल्द ही नया घर चुन लेंगे.
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7 सफदरजंग लेन में कौन रहता था?
बता दें कि साल 1980 में सांसद रहे रंजीत सिंह गायकवाड़ को यह बंगला अलॉट किया गया था. वह इस बंगले में 9 साल तक रहे और 27 दिसंबर 1989 को उनका आवंटन रद्द कर दिया गया. हालांकि, उनके उत्तराधिकारी इस बंगले में रहते रहे और आखिर में 2001 में हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद यह बंगला खाली करवा लिया गया.
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मोदी उपनाम केस में राहुल गांधी को दो साल की सजा होने के बाद उनकी सांसदी समाप्त कर दी गई थी. हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगा दी. सजा पर रोक लगने के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सांसदी बहाल कर दी.
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12 तुगलक लेन वाला बंगला क्यों नहीं लेंगे राहुल गांधी? जानिए क्या है वजह