डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने जन्मदिन के मौके पर देश को एक बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को लॉन्च किया. इस योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13 हजार करोड़ रुपये खर्च का प्रावधान किया गया है. इस मौके पर उन्होंने 18 अलग-अलग शिल्प से जुड़े शिल्पकारों को सम्मानित भी किया. पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश को अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र यशोभूमि मिल गई है. उन्होंने यह भी कहा कि नए लक्ष्य बनाते रहना है और उन्हें पाकर ही चैन से बैठना है. आइए हम आपको उनके भाषण की 10 मुख्य बातें बताते हैं...
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना को शुरू करने की घोषणा केंद्रीय बजट 2023-24 में की थी. इस योजना के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2027-28 तक वित्तीय परिव्यय 13,000 करोड़ रुपये रखा गया है. इस योजना का उद्देश्य हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा पारंपरिक कौशल के अभ्यास को बढ़ावा देना, मजबूत करने और गुणवत्ता के साथ-साथ उनके उत्पादों और सेवाओं की पहुंच में सुधार करना भी है.
आइए जानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुवात के दौरान क्या कुछ कहा है...
1) कारीगरों और शिल्पकारों लिए आशा की किरण बनेगी पीएम विश्वकर्मा योजना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ करने के बाद कहा कि आज विश्वकर्मा जयंती है. यह दिन देश के कारीगरों और शिल्पकारों को समर्पित है। मैं विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश के लोगों को शुभकामनाएं देना चाहता हूं. मुझे खुशी है कि आज मुझे हमारे विश्वकर्मा सदस्यों से जुड़ने का अवसर मिला. पीएम विश्वकर्मा योजना आज शुरू की गई है, जो कारीगरों और शिल्पकारों के लिए आशा की किरण बनकर उभरेगी. इसके साथ ही देश को इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर 'यशोभूमि' भी मिला है.
2) 13 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि आज समय की मांग है कि हम अपने विश्वकर्मा साझेदारों को पहचानें और उन्हें हर संभव तरीके से समर्थन दें. हमारी सरकार हमारे विश्वकर्मा साझेदारों के विकास के लिए काम कर रही है. इस योजना के तहत 18 अलग-अलग क्षेत्रों के तहत काम करने वाले विश्वकर्मा भागीदारों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. सरकार पीएम विश्वकर्मा योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है.
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3) सस्ते ब्याज दर पर सरकार देगी लोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, सरकार बिना किसी (बैंक) गारंटी के 3 लाख रुपये तक का लोन देगी. यह भी सुनिश्चित किया गया है कि ब्याज दर भी बहुत कम हो. सरकार ने निर्णय लिया है कि शुरुआत में 1 लाख रुपये का लोन दिया जाएगा. जब इसे चुकाया जाएगा तो सरकार विश्वकर्मा भागीदारों को इसके अलावा 2 लाख रुपये का लोन देगी.
4) भारत सरकार करेगी विश्वकर्मा भागीदारों की मदद
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले समय में प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और उपकरण बहुत आवश्यक होंगे. इस योजना के तहत सरकार ने विश्वकर्मा भागीदारों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है. इसके साथ प्रशिक्षण जारी रहने के दौरान आपको 500 रुपये प्रदान किए जाएंगे. आपको 1,500 रुपये का टूलकिट वाउचर भी मिलेगा.
5) सबको सम्मान देने की गारन्टी
पीएम मोदी ने कहा कि जिसे कोई नहीं पूछता, उसके लिए गरीब का ये बेटा मोदी, उसका सेवक बनकर आया है. सबको सम्मान का जीवन देना, सभी को सुविधा पहुंचाना, ये मोदी की गारंटी है.
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6) लोकल के लिए वोकल होने पर दिया जोर
पीएम मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती पर शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना से ना सिर्फ देश के कारीगरों व शिल्पकारों का कौशल निखरेगा, बल्कि हमारे इन परिवारजनों की बनाई चीजों को दुनियाभर में नई पहचान भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा साथियों को आधुनिक युग में ले जाने का प्रयास है, उनका सामर्थ्य बढ़ाने का प्रयास है. इस विश्वकर्मा दिवस पर हमें लोकल के लिए वोकल होने का प्रण फिर दोहराना है. उन्होंने आने वाले त्योहारों को लेकर कहा कि अब गणेश चतुर्थी, धनतेरस, दीपावली सहित अनेक त्योहार आने वाले हैं। मैं सभी देशवासियों से लोकल खरीदने का आग्रह करूंगा.
7) भारत मंडपम और यशोभूमि से रोजगार की संभावना
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में कॉन्फ्रेंस टूरिज्म बढ़ रहा है, जिसमें भारत के लिए असीमित संभावनाएं हैं. सम्मेलन पर्यटन उद्योग दुनिया में 25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है. दुनिया में हर साल 32,000 से ज्यादा बड़ी प्रदर्शनियां और एक्सपो होते हैं. 2-5 करोड़ की आबादी वाले देश भी इसकी व्यवस्था करते हैं, हमारी आबादी 140 करोड़ है. इसके साथ उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को रोजगार मिलने की भी संभावना है.
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8) भारत मंडपम और यशोभूमि बनेगा पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र
पीएम मोदी ने कहा कि आज का नया भारत कॉन्फ्रेंस टूरिज्म के लिए खुद को तैयार कर रहा है. एडवेंचर, चिकित्सा, आध्यात्मिक और विरासत पर्यटन वहीं होता है, जहां आवश्यक वातावरण होता है. इसी तरह कॉन्फ्रेंस टूरिज्म भी वहां होगा, जहां इवेंट और मीटिंग की सुविधाएं होंगी. भारत मंडपम और यशोभूमि दिल्ली को सम्मेलन पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बनाएंगे. दोनों में ही भारतीय संस्कृति और अत्याधुनिक सुविधाओं का संगम है.
9) पीएम मोदी ने किया जी-20 का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 का जिक्र कर कहा कि कुछ दिन पहले हमने देखा कि कैसे जी-20 के लिए बनाए गए भारत मंडपम को लेकर दुनिया भर में चर्चा हुई है. ये इंटरनेशनल एक्जीबिशन सेंटर-यशोभूमि इस परंपरा को और भव्यता से आगे बढ़ा रहा है। बदलते हुए समय के साथ विकास के, रोजगार के नए-नए सेक्टर्स भी बनते हैं. आज से 50-60 साल पहले इतनी बड़ी IT इंडस्ट्री के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था.
10) नहीं रुकेगा भारत
पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत मंडपम हो या यशोभूमि ये भारत की भव्यता और भारत की श्रेष्ठता का प्रतीक बनेंगे. भारत अब रूकने वाला नहीं है. हमें चलता रहना है और नए लक्ष्य बनाते रहना है और उन्हें पाकर ही चैन से बैठना है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपने विश्वकर्मा भाई-बहनों का सम्मान बढ़ाने, उनका सामर्थ्य बढ़ाने और उनकी समृद्धि बढ़ाने के लिए एक सहयोगी बनकर आगे आई है.
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PM विश्वकर्मा योजना लॉन्च करके क्या बोले पीएम मोदी, पढ़ें 10 बड़ी बातें