डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया. नोएडा पुलिस ने गुरुवार को बताया कि अमेरिकी नागरिकों से करोड़ों रुपए ठगने के आरोप में एक कॉल सेंटर पर छापेमारी के बाद 36 महिलाओं समेत 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह लोग नोएडा में बैठकर अमेरिकी लोगों से ठगी करते थे. आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है...
नोएडा पुलिस में बताया कि आरोपियों के पास लगभग 5 लाख अमेरिकी नागरिकों का डेटाबेस था. जिसमें उनके नाम, फोन नंबर सहित कुछ और जानकारी थी. इसी डेटाबेस के आधार पर कंपनी अमेरिकी लोगों को अपना निशाना बना रही थी. पुलिस की ओर से जानकारी दी गई कि अमेरिकी नागरिकों को सोशल सिक्योरिटी नंबर से संबंधित आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने का डर दिखाकर गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टो करेंसी के जरिए ठगी की जा रही थी.
इनपुट के आधार पर पुलिस ने मारा छापा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नोएडा सेक्टर 6 में 150 डेस्कटॉप के साथ एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. इनपुट के आधार पर बुधवार की शाम छापेमारी की गई. मीडिया से बातचीत में DCP शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह एक बहुत बड़ा फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. हमने वहां से महिलाओं सहित 84 लोगों को गिरफ्तार किया है. जो इस फर्जीवाड़े में लिप्त थे.
रात में चलता था कॉल सेंटर
पुलिस ने बताया कि यह कॉल सेंटर केवल रात में ही चलता था. यह गिरोह एक रात में 25 लाख रुपए से 30 लाख रुपए तक कमा लेते थे. यह गिरोह पिछले 4 महीने से नोएडा में काम कर रहा है. डीसीपी ने बताया कि इस कॉल सेंटर के पीछे मास्टरमाइंड माने जाने वाले दो मुख्य व्यक्तियों की पहचान कर ली गई है लेकिन अभी वह फरार हैं. पुलिस ने कहा कि अमेरिकी दूतावास को भी इसके बारे में सूचित कर दिया गया है.
पुलिस ने जब्त किए 20 लाख रुपए
पुलिस ने बताया कि उन्होंने कॉल सेंटर से 20 लाख रुपए नगद जब्त किए हैं. जिन्हें कर्मचारियों के बीच सैलरी के रूप में दिया जाना था. पुलिस ने यहां से 150 कंप्यूटर सेट भी जब्त किए हैं. अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में फेस वन पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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अमेरिकियों को चूना लगाने वालों का नोएडा में हुआ भांडाफोड़, पढ़ें पुलिस ने क्यों गिरफ्तार किए 84 लोग