डीएनए हिंदी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) दोफाड़ हो चुकी है. अजित पवार सत्ताधारी गठबंधन में शामिल हो गए हैं और अपने साथ-साथ 8 और विधायकों को मंत्री बनवा दिया है. अब बात एनसीपी पर कब्जे की आ गई है. अजित पवार गुट ने सभी विधायकों, सांसदों और पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. ठीक उसी समय पर शरद पवार ने भी विधायकों, सांसदों और बैठक बुलाई है. दोनों ओर से व्हिप भी जारी किया गया है. अब यह देखना होगा कि अजित पवार विधायकों की संख्या का अपना दावा साबित कर पाते हैं या शरद पवार एक बार फिर यह दिखा देंगे कि असली 'चाणक्य' वही हैं.

मुंबई में बुधवार सुबह से ही सरगर्मियां बढ़ गई हैं. दोनों ओर से नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं और अपने-अपने पक्ष में दावे भी किए जा रहे हैं. छगन भुजबल जो कि अजित पवार के साथ हैं, उनका कहना है कि अभी मंच पर सारे नेता साथ आ जाएंगे और यह दिखाया जाएगा कि असली एनसीपी कहां और किसके साथ हैं. सूत्रों के मुताबिक, कुछ विधायक अभी भी यह तय नहीं कर पाए हैं कि वे अजित पवार के साथ जाकर सत्ता में रहें या फिर शरद पवार से अपनी पुरानी वफादारी निभाएं.

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शरद पवार के पास कितनी बची है NCP?
शरद पवार के पास कुल 13 MLA, 5 सांसद और 3 एमएलसी पहुंचे हैं. 3 एमएलसी में शशिकांत शिंदे, एकनाथ खडसे और बाबाजानी दुरानी शामिल हैं. लोकसभा सांसदों में श्रीनिवास पाटिल, सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे और राज्यसभा सांसदों में फौजिया खान और वंदना चव्हाण हैं. शरद पवार कैंप में आए विधायकों में अनिल देशमुख, रोहित पवार, राजेंद्र शिनगने, अशोक पवार, किरन लहमटे, प्रजाकता तानपुरे, बालासाहब पाटिल, जितेंद्र आव्हाड, चेतन विट्ठल तुपे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, संदीप क्षीरसागर और देवेंद्र भूयर शामिल हैं. 

शरद पवार के पास लौटने के लिए रख दी शर्त
अजित पवार गुट की मीटिंग में छगन भुजबल ने कहा, 'कहा जा रहा है कि हम कानूनी केस के डर से यहां आए. यह सही नहीं है. धनंजय मुंडे, दिलीप वलसे पाटिल और रामराजे निंबलकर के खिलाफ कोई केस नहीं है. ऐसे और भी बहुत सारे लोग हैं जिनके खिलाफ केस नहीं है लेकिन वे यहां आए हैं. हम यहां सिर्फ इसलिए आए क्योंकि साहब (शरद पवार) के कुछ करीबी ऐसे हैं जो पार्टी को खत्म करना चाहते हैं. आप उन्हें किनारे कर दीजिए, हम आपके पास लौट आएंगे.'

अजित पवार गुट पार्टी के नेताओं से एफिडेविट ले रहा है जिसमें उनसे यह लिखवाया जा रहा है कि वे अजित पवार गुट के साथ हैं. अजित पवार और शरद पवार गुट ने एक ही समय पर एनसीपी के सभी विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, सांसदों और जिला अध्यक्षों के साथ-साथ पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है.

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रोहित पवार का दावा- 2023 में ही होंगे लोकसभा चुनाव
एनसीपी के विधायक और शरद पवार के पोते रोहित पवार ने कहा है, 'EVM की जांच चुनाव से 5-6 महीने पहले होती है लेकिन 4 दिन पहले ही महाराष्ट्र के अधिकारियों को कहा गया है कि वे ईवीएम को बनाने और रिपेयर करने का काम शुरू कर दें. यह दर्शाता है कि लोकसभा के चुनाव दिसंबर 2023 में होने वाले हैं. यह सब इसलिए हो रहा है कि बीजेपी कर्नाटक में हार गई और यही मध्य प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों में भी होने जा रही है. आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए ही बीजेपी ने एनसीपी और शिवसेना को तोड़ने की कोशिश की.'

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वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार गुट ने पार्टी की मीटिंग बुलाई है. इससे पहले एनसीपी के कार्यकर्ता यहां जमा हो गए और शरद पवार के समर्थन में नारेबाजी की. सुप्रिया सुले भी इस मीटिंग में शामिल होने के लिए पहुंच गई हैं.

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NCP में चाचा शरद पवार होंगे 'शेर' या भतीजा निकलेगा 'सवा शेर'? मुंबई में शुरू है
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किसकी होगी NCP? शरद पवार की मीटिंग में आए सिर्फ 13 विधायक, दल बदल कानून से बच जाएंगे अजित पवार?